हर्षिता दहिया हत्याकांड में नया खुलासा, सच जानकर रह जाएंगे हैरान
हर्षिता दहिया हत्याकांड में नया खुलासा, सच जानकर रह जाएंगे हैरान
डिजिटल डेस्क, चंडीगढ़। हरियाणवी सिंगर हर्षिता दहिया हत्याकांड में एक ऐसा सच सामने आया है, जो आपको हैरान कर देगा। सूत्रों के अनुसार, हर्षिता अपनी मां की हत्या और खुद के साथ हुए दुष्कर्म का बदला जीजा दिनेश कराला से लेना चाहती थी। यही वजह थी कि वह कुख्यात गैंगस्टर रविंद्र पुगथला के गैंग में शामिल हो गई। दिल्ली के नरेला थाने में हर्षिता दहिया पर दिनेश कराला की हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज है। दिनेश भी बदला लेने के लिए जेल में बैठकर अपने गुर्गों से रेकी करवा रहा था। जब उसे अपनी जान का खतरा महसूस होने लगा तो वह रवींद्र पुगथला के गुर्गे शक्ति के साथ रहने लगी। इसके बाद 2 मई 2016 को सोनीपत सीआईए की टीम ने हर्षिता और उसके दो साथियों को हथियारों सहित गिरफ्तार किया था।
सोनीपत पुलिस के सीआईए स्टाफ के इंस्पेक्टर इंदीवर ने इस बात की पुष्टि की है कि मई 2016 में रविंद्र पुगथला को सोनीपत के कामी रोड पर गिरफ्तार करने गई पुलिस टीम के साथ हर्षिता दहिया और उसके साथियों की मुठभेड़ हुई थी। बाद में हर्षिता और उसके दो साथियों को पुलिस ने देसी पिस्तौल के साथ गिरफ्तार कर लिया था। पुलिस को हर्षिता के पास से अवैध हथियार भी बरामद हुए थे। हालांकि उस समय पुलिस पर फायरिंग करने के मामले में हर्षिता ने नाबालिग होने का प्रमाणपत्र कोर्ट में पेश किया था। जिसके बाद उसे जमानत मिल गई थी।
जानकारी के अनुसार, उसका साथी शक्ति अभी भी जेल में बंद है। कुछ समय बाद सोनीपत सीआईए और एसआईटी की टीम ने गैंगस्टर रविंदर पुगथला को 10 फरवरी, 2017 को एक एनकाउंटर में मार गिराया था, उसके खिलाफ पुलिस के पास हत्या, लूट और अवैध वसूली जैसे कई संगीन मामले दर्ज हैं। शुक्रवार को पुलिस ने हर्षिता दहिया के कत्ल की मिस्ट्री सुलझाने का दावा किया। पुलिस ने साफ किया कि हर्षिता के जीजा ने ही उसका कत्ल कराया था। हरियाणा पुलिस ने चार दिन की कस्टड़ी में लेकर जब दिनेश से पूछताछ की, तो उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया।
बता दें कि हर्षिता दहिया को पानीपत में हुए एक कार्यक्रम के बाद क़ातिलों ने गोलियो से छलनी कर मौत के घाट उतार दिया था। बीते मंगलवार को एक प्रोग्राम के बाद जब हर्षिता अपनी कार में तीन साथियों के साथ पानीपत से दिल्ली के जा रही थी तब पानीपत-रोहतक रोड पर उसकी कार को ओवरटेक कर रुकवाया और क़रीब से हर्षिता को चार गोलियां मारी गई थीं। पुलिस की जांच में पता चला कि हर्षिता का असली नाम गीता था।