गोरखपुर-फूलपुर उपचुनाव: सपा और बसपा के कार्यकर्ता एक साथ करेंगे वोट अपील
गोरखपुर-फूलपुर उपचुनाव: सपा और बसपा के कार्यकर्ता एक साथ करेंगे वोट अपील
डिजिटल डेस्क, गोरखपुर। उत्तर प्रदेश में गोरखपुर-फूलपुर उपचुनाव इन दिनों दिलचस्प होता जा रहा है। उपचुनावों को लेकर सरगर्मियां तेज हो गई हैं। बीएसपी और सपा जहां एक साथ मिलकर मैदान में खड़ी है। वहीं कांग्रेस बिना किसी के साथ के दावेदारी कर रही है। सपा और बसपा के कार्यकर्ता एक साथ घर घर जाकर पार्टी के लिए वोट करने की अपील करेंगे। वहीं उपचुनाव में इस बार विपक्ष भाजपा के खिलाफ अपनी पूरी ताकत को एकजुट करने में जुटा है। बुधवार को गोरखपुर की रैली के दौरान पार्टी के लोकसभा उम्मीदवार प्रवीन निषाद के लिए लोगों से वोट अपील के दौरान अखिलेश यादव ने कहा कि कितने राजनीतिक दल एक साथ आ गए हैं, यहां तक कि बसपा ने भी समर्थन का ऐलान किया है, यह अब साधारण चुनाव नहीं है। ऐसा पहली बार है कि इस तरह की समीकरण बना है, पहली बार एक साथ इतने सारे मतदाता एकजुट हुए हैं।
9 मार्च को सपा-बसपा की सभा होगी
बता दें कि भाजपा का इन सीटों पर फिर कमल खिलाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने चुनाव प्रचार की कमान संभाल रखी है। उनके साथ केन्द्रीय मंत्रियों, नेताओं और राज्य मंत्रिपरिषद के सदस्यों की टीम प्रचार में जुटी है। सपा की दलील है कि जनता मोदी और योगी सरकार की नीतियों से परेशान है। 9 मार्च को सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की सभा होनी है, जिसमें बसपा के दिग्गज नेता भी शामिल होंगे। दोनों दलों की रैली को लेकर कार्यकर्ताओं में खासा उत्साह है।
25 साल बाद एक साथ आए कार्यकर्ता
गोरखपुर में ऐतिहासिक जन समर्थन ने साबित कर दिया है कि 11 मार्च को जब ये वोटों में बदलेगा तो देश का राजनीतिक इतिहास भी बदलेगा. जनता और सभी समर्थक दलों को धन्यवाद! pic.twitter.com/i7UY14ZKrD
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) March 7, 2018
मंगलवार को सपा और बसपा कार्यकर्ताओं की संयुक्त रैली निकाली गई, जिसमें सैकड़ों की संख्या में कार्यकर्ता शामिल हुए। यह नजारा 25 साल बाद देखने को मिला जब बसपा और सपा के कार्यकर्ता एक साथ रैली निकालते नजर आए। अखिलेश यादव की सभा से पहले फूलपूर इलाके में इतनी बड़ी रैली ने साबित कर दिया है कि कांग्रेस और बीजेपी को कड़ी टक्कर मिलने वाली है। इससे पहले 1993 में राम मंदिर आंदोलन के बाद बीजेपी के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए सपा और बसपा कार्यकर्ता एक साथ सामने आए थे।
रोड शो करेंगे अखिलेश
फूलपूर के सौरावं और फाफामऊ इलाके में सपा प्रत्याशी नागेंद्र सिंह पटेल की जनसभा के दौरान सैकड़ों की संख्या में बसपा कार्यकर्ता शामिल हुए। जनसभा के दौरान साइकिल और हाथी चुनाव चिन्ह साथ- साथ चल रहा था और इस दौरान मुलायम सिंह जिंदाबाद और कांशीराम जिंदाबाद के नारे भी लग रहे थे। नौ मार्च को फूलपूर के फाफामऊ में अखिलेश यादव की चुनावी रैली में बसपा के कई सीनियर नेता भी शामिल होंगे। सपा प्रत्याशी नागेंद्र सिंह पटेल के समर्थन में फाफामऊ में सभा करने के बाद अखिलेश यादव शहर उत्तरी और पश्चिमी विधानसभा क्षेत्र में रोड शो भी करेंगे।
बता दें कि 11 मार्च को फूलपूर में उपचुनाव होना है और यह सीट बीजेपी के लिए नाक का सवाल है। 2014 के लोकसभा चुनाव में इस सीट पर पहली बार बीजेपी के केशव मौर्या ने चुनाव जीता था । इस चुनाव को 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव का सेमीफाइनल भी माना जा रहा है।
औपचारिक है यह समर्थन का ऐलान
अपने संबोधन के दौरान अखिलेश यादव ने एक बार भी मायावती का नाम नहीं लिया, ना ही उनकी कोई तस्वीर मायावती के साथ मंच पर साझा की गई थी। रैली के दौरान बाबा साहेब के साथ राम मनोहर लोहिया, मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव को अलग-अलग पोस्टर में दिखाया गया था।