गुरुग्राम : फोर्टिस अस्पताल पर FIR दर्ज, हरियाणा सरकार की कार्रवाई
गुरुग्राम : फोर्टिस अस्पताल पर FIR दर्ज, हरियाणा सरकार की कार्रवाई
डिजिटल डेस्क, गुरुग्राम। हरियाणा के गुरुग्राम स्थित फोर्टिस हॉस्पिटल पर हरियाणा सरकार ने कड़ी कार्रवाई करते हुए FIR दर्ज करवाई है। फोर्टिस अस्पताल पर डेंगू पीड़ित एक सात साल की बच्ची के परिजनों को बच्ची की मौत के बाद 16 लाख रुपए का बिल थमाने का आरोप है। इससे पहले शनिवार को अस्पताल की लीज रद्द करने की भी कार्रवाई की गई थी।
सूबे के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने FIR दर्ज करने को लेकर ट्वीट किया है। अनिल विज ने ट्वीट में बताया है कि स्वास्थ्य विभाग ने गुरुग्राम के सुशांत लोक पुलिस स्टेशन में ये केस दर्ज कराया है। वहीं अनिल विज अपने एक बयान में कहा है कि फोर्टिस अस्पताल ने ना केवल आइएमए, एमसीआई नियमों का उल्लघंन किया है बल्कि उपचार के प्रोटोकॉल की भी अनदेखी की गई है।
FIR registered against Gurugram Fortis hospital over #039;grave negligence#039; https://t.co/TPCrZsjw49
— ANIL VIJ (@anilvijminister) December 10, 2017
इससे पहले रद्द हुई थी लीज
फोर्टिस अस्पताल की इस बड़ी लापरवाही के बाद हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने अस्पताल की जमीन की लीज रद्द कर दी थी। इसके लिए हरियाणा अर्बन अथॉरिटी को पत्र लिख कर आदेशित किया था। इतना ही नहीं फोर्टिस अस्पताल के ब्लड बैंक का लाइसेंस रद्द करने का भी नोटिस जारी किया गया है। अनिल विज ने कहा था कि डॉक्टरों को अपने रवैये में सुधार लाना होगा। अस्पतालों की ऐसी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी हरियाणा सरकार की जांच रिपोर्ट में खुलासा था हुआ था कि इलाज के नाम फोर्टिस अस्पताल ने कई दवाओं में 108 से लेकर 1737 फीसदी तक का मुनाफा कमाया। जबकि अस्पताल में जेनेरिक दवाएं मौजूद थीं। आद्या के पिता जयंत सिंह ने अस्पताल प्रशासन पर उन्हें केस वापस लेने के लिए 25 लाख रुपये की रिश्वत की पेशकश का भी आरोप लगया था।
ये है मामला
दिल्ली के द्वारका निवासी जयंत सिंह ने उनकी सात साल की बेटी आद्या सिंह को डेंगू के इलाज के रॉकलैंड अस्पताल में भर्ती कराया था। हालत बिगड़ती देख रॉकलैंड अस्पताल से आद्या को दो दिन के इलाज के बाद फोर्टिस अस्पताल रैफर कर दिया गया। करीब दो हफ्ते तक फोर्टिस अस्पताल में आद्या का इलाज चलता रहा, लेकिन डॉक्टर उसे नहीं बचा सके। अस्पताल प्रशासन ने आद्या की मौत के बाद परिजनों को 16 लाख रुपए का बिल थमा दिया। सोशल मीडिया पर इस खबर को लेकर खूब हंगामा हुआ। जिसके बाद हरियाणा सरकार हरकत में आई और अस्पताल पर कड़ी कार्रवाई की।
मैक्स अस्पताल पर भी गिर चुकी है गाज
इससे पहले मैक्स अस्पताल की लापरवाही उजागर होने के बाद दिल्ली की केजरीवाल सरकार अस्पताल का लाइसेंस रद्द कर चुकी है। मैक्स अस्पताल पर मरीजों के इलाज में लापरवाही का आरोप है।