बड़ा बनने की चाह में अर्पिता मुखर्जी ने अपनी मां को भी छोड़ा
ईडी बड़ा बनने की चाह में अर्पिता मुखर्जी ने अपनी मां को भी छोड़ा
डिजिटल डेस्क, कोलकाता। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा पश्चिम बंगाल स्कूल सेवा आयोग (डब्ल्यूबीएसएससी) की भर्ती में अनियमितता घोटाला पर एजेंसी की चल रही जांच के सिलसिले में अर्पिता मुखर्जी के आवास से भारी मात्रा में नकदी, सोना और अन्य कीमती सामान बरामद किए जाने के बाद से वो सुर्खियों में है।
केंद्रीय एजेंसी के अधिकारियों द्वारा अर्पिता की पृष्ठभूमि की जांच से पता चला है कि पश्चिम बंगाल के वाणिज्य और उद्योग मंत्री और तृणमूल कांग्रेस के महासचिव पार्थ चटर्जी की विश्वासपात्र हैं और करीबी सहयोगी के रूप में काम कर रही हैं। अपनी वर्तमान स्थिति तक पहुंचने के लिए एक एक ओडिया अभिनेत्री के तौर पर शुरूआत करने वाली अर्पिता हमेशा शॉर्टकट तरीके अपनाती हैं। ईडी ने इस सिलसिले में पार्थ को भी गिरफ्तार किया है।
ईडी के सूत्रों ने कहा कि, ज्यादा महत्वाकांक्षा के चलते अर्पिता ने अपनी विधवा मां मिनोती मुखर्जी को कोलकाता के उत्तरी बाहरी इलाके में बेलघरिया में अपने पैतृक फ्लैट में ही छोड़ दिया।
मिनोती मुखर्जी ने यहां मीडिया को बताया कि जब से उनकी बेटी दक्षिण कोलकाता के पॉश डायमंड सिटी आवासीय परिसर में अपने फ्लैट में रहने लगी है, (जहां से नकदी और सोना जब्त किया गया था) तब से उनकी बेटी के साथ उनके संबंध बहुत खराब हो गए।
मिनोती मुखर्जी ने मीडियाकर्मियों से कहा, मीडिया की खबरों से मुझे पता चला कि उसके फ्लैट से भारी नकदी बरामद हुई है। मैंने उससे पहले भी कई बार पूछा कि वह क्या काम कर रही है। लेकिन मुझे कभी कोई निश्चित जवाब नहीं मिला। अगर मुझे ऐसी बातें पता होतीं तो, मैं उसकी शादी जरूर करवा देती।
इस बीच, ईडी के सूत्रों ने बताया कि अर्पिता मुखर्जी के स्वर्गीय पिता केंद्र सरकार के कर्मचारी थे, जिनका निधन उनकी सेवानिवृत्ति से पहले हो गया था।
उस समय अर्पिता को अनुकंपा के आधार पर नौकरी की पेशकश भी की गई थी। हालांकि, उसने उस नौकरी को स्वीकार करने से इनकार कर दिया और दावा किया कि वह मॉडलिंग और अभिनय में अपना करियर बनाना चाहती है।
यह पता चला है कि ओडिया फिल्मों में मॉडलिंग और अभिनय के अपने शुरूआती वर्षों के दौरान, वह अपनी मां के संपर्क में थी।
हालांकि, लगभग छह साल पहले पार्थ चटर्जी के साथ एक रियल एस्टेट प्रमोटर द्वारा संपर्क में आने के बाद से अर्पिता की जिंदगी बदल गई।
इसके तुरंत बाद उन्हें पार्थ चटर्जी के साथ कई सार्वजनिक कार्यक्रमों में देखा गया और यहां तक कि एक दुर्गा पूजा उद्घाटन कार्यक्रम में भी देखा गया, जहां पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी मौजूद थीं।
इसके तुरंत बाद अर्पिता अपने डायमंड पार्क कॉम्प्लेक्स के पॉश आवास में रहने लगी।
इस बीच रविवार सुबह, ईडी के अधिकारी केंद्रीय सशस्त्र बलों के जवानों के साथ, अर्पिता को मेडिकल चेक-अप के लिए कोलकाता के दक्षिणी बाहरी इलाके जोका में केंद्र सरकार द्वारा संचालित ईएसआई अस्पताल ले गए।
वहां उसने मीडियाकर्मियों से बात की और कहा कि वह निर्दोष है। उन्होंने कहा, मैं निर्दोष हूं। लेकिन मुझे कानून पर भरोसा है।
(आईएएनएस)
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