ओमिक्रॉन के बाद आया डेल्टाक्रॉन, साइप्रस के वैज्ञानिकों ने की पुष्टि
एक और वैरिएंट की दस्तक ओमिक्रॉन के बाद आया डेल्टाक्रॉन, साइप्रस के वैज्ञानिकों ने की पुष्टि
- अभी तक इसके 25 केस स्टडी किए हैं
- एक्सपर्ट्स ने पाया है कि यह बहुत ही खतरनाक वैरिएंट है
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दुनिया भर में तबाही मचा रहे कोरोना वायरस ने एक बार फिर से रफ्तार पकड़ ली है, जहां पिछले 24 घंटे में दुनिया भर में 21,89,000 में कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं।
इस दौरान इस वायरस से 4,771 लोगों ने अपनी जान भी गवाई। अमेरिका में एक बार फिर सबसे ज्यादा 4,68,000 मामले दर्ज किए गए। देशों की बात करें तो इस लिस्ट में अमेरिका के बाद फ्रांस का नंबर आता है जहां आज 3.03, इटली में 1.97, भारत में 1.59 और ब्रिटेन में 1.46 लाख नए कॉविड केसेस सामने आए पूरी दुनिया में कोरोना से मरने वालों की संख्या अब 55 लाख से अधिक हो गई है।
कोरोना का नया वैरिएंट ओमिक्रॉन भी दिन प्रतिदिन अपने पैर पसारता ही जा रहा है लेकिन इस वैरिएंट के बढ़ते संक्रमण के बीच साइप्रस में एक नया वैरिएंट डिटेक्ट किया गया है, जिसमें डेल्टा और ओमिक्रॉन के मिले-जुले लक्षण होने के कारण इसे "डेल्टाक्रॉन" नाम दिया गया है।
साइप्रस यूनिवर्सिटी में बायोटेक्नोलॉजी और मॉलिक्यूलर वायरोलॉजी के हेड ऑफ द डिपार्टमेंट प्रोफेसर लियोनदियोस ने कहा, "अभी तक हमारे सामने सिर्फ ओमिक्रॉन और डेल्टा के मरीज थे, लेकिन हाल ही में हमने एक और स्ट्रेन देखा जिसमें ओमिक्रॉन और डेल्टा दोनों के लक्षण थे, इसी वजह से हमने इसका नाम डेल्टाक्रॉन रख दिया है।"
आपको बता दें लियोनदियोस और उनकी टीम ने अभी तक 25 केस स्टडी किए हैं, जहां उन लोगों ने पाया है कि यह बहुत ही खतरनाक वैरिएंट है जिसमें इससे संक्रमित होने वाले मरीज को अस्पताल में भर्ती करने की जरूरत पड़ी है।
उन्होंने कहा "हम भविष्य में देखेंगे कि क्या यह वैरिएंट अधिक पैथोलॉजिकल या अधिक संक्रामक है।"