दिल्ली: हैदराबाद एनकाउंटर पर CJI बोले- हम चाहते हैं इस मुठभेड़ की स्वतंत्र जांच हो
दिल्ली: हैदराबाद एनकाउंटर पर CJI बोले- हम चाहते हैं इस मुठभेड़ की स्वतंत्र जांच हो
डिजिटल डेस्क, दिल्ली। तेलंगाना एनकाउंटर मामले पर आज (गुरुवार) सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। मुख्य न्यायाधीशा एसए बोबड़े की अध्यक्षता वाली 5 न्यायाधीशों की पीठ ने मामले को सुना। इस दौरान मुख्य न्यायाधीश बोबड़े ने कहा, हम चाहते हैं इस मुठभेड़ की स्वतंत्र जांच हो।
न्यायाधीश एसए बोवडे ने कहा कि लोगों को सच जानने का अधिकार है। हम इस मामले में निष्पक्ष जांच चाहते हैं। सुप्रीम कोर्ट ने पूरे मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय जांच आयोग का गठन किया। इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने मीडिया पर इस मामले में किसी भी तरह की खबर प्रकाशित और प्रसारित करने पर रोक लगाई।
सुप्रीम कोर्ट ने रिटायर जज वीएस सिरपुरकर की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय जांच आयोग का गठन किया। इस आयोग में बॉम्बे हाई कोर्ट की रिटायर जज रेखा बलदोटा और सीबीआई के पूर्व निदेशक कार्तिकेयन शामिल हैं। यह जांच आयोग 6 महीने में अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। फाइनल ऑर्डर आने तक प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पर रोक बरकरार रहेगी।
इस तेलंगाना एनकाउंटर मामले में पुलिस की ओर से पेश हुए वरिष्ठ अधिवक्ता मुकुल रोहतगी ने कहा कि पूर्व में न्यायालय ने सेवानिवृत्त सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश को नियुक्त किया है, लेकिन जांच की निगरानी के लिए एक न्यायाधीश जांच का संचालन नहीं कर सकता है।
हैदराबाद गैंगरेप में हुए एनकाउंटर को लेकर तीन वकीलों ने कोर्ट में याचिका दायर कर मांग की है कि एनकाउंटर में शामिल पुलिसवालों के खिलाफ FIR दर्ज हो और कोर्ट की निगरानी में निष्पक्ष जांच करवाई जाए। इस याचिका में कमिश्नर वी सी सज्जनार के खिलाफ भी FIR की मांग की गई थी।
कोर्ट में दायर याचिका के मुताबिक पुलिस की कार्रवाई तय नियमों और कोर्ट के आदेशों के खिलाफ थी। याचिका में कहा गया है कि मामले की निष्पक्ष जांच जरूरी है। बता दें कि हैदराबाद में पशु चिकित्सक (वेटनरी डॉक्टर) के साथ गैंगरेप और उसकी हत्या के चारों आरोपियों को चेट्टनपल्ली में शुक्रवार सुबह पुलिस के साथ एक कथित मुठभेड़ में मार गिराया था।
बता दें कि हैदराबाद के बाहरी इलाके शमशाबाद में 27 नवंबर की रात को चार ट्रक ड्राइवरों और क्लीनर ने मिलकर महिला डॉक्टर के साथ गैंगरेप और पेट्रोल जलाकर मारने जैसे अपराध को अंजाम दिया था। इस घटना के बाद से दोषियों को जल्द से जल्द फांसी की मांग को लेकर देश भर में प्रदर्शन हो रहे थे।