भोपाल: बीवी-बच्चे तक न पहुंचे कोरोना का खतरा, डॉक्टर ने कार को ही बनाया अपना घर

भोपाल: बीवी-बच्चे तक न पहुंचे कोरोना का खतरा, डॉक्टर ने कार को ही बनाया अपना घर

Bhaskar Hindi
Update: 2020-04-07 11:03 GMT
भोपाल: बीवी-बच्चे तक न पहुंचे कोरोना का खतरा, डॉक्टर ने कार को ही बनाया अपना घर

डिजिटल डेस्क, भोपाल। मध्य प्रदेश में कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई लड़ने वालों की कमी नहीं है और वे अपने जरिए किसी को नुकसान भी नहीं पहुंचाना चाहते, यही कारण है कि वे नायाब तरीके अपना रहे हैं। भोपाल में एक डॉक्टर ने तो कार को ही अपना घर बना लिया है, ताकि परिवार के अन्य सदस्य को संक्रमण का खतरा न हो। राजधानी के जेपी अस्पताल में पदस्थ हैं डॉ. सचिन नायक। वे इन दिनों अस्पताल में अपनी सेवाएं दे रहे हैं, यहां कोरोना वायरस मरीजों का भी इलाज जारी है। डॉ. नायक का कहना है कि परिवार को संक्रमण से बचाने के लिए उन्होंने कार में रुकना उचित समझा।

सात दिन से कार में ही रहे रहे डॉ. सचिन
डॉ. सचिन ने कहा, अस्पताल परिसर में ही 7 दिन से कार को घर बना रखा है। उनके घर में तीन साल का छोटा बच्चा है। उन सभी को कोरोना से दूर रखने के लिए कार में ही रहना शुरू कर दिया। ताकि घर तक संक्रमण न पहुंचे।

सीएम शिवराज ने सराहा
चिकित्सक के इस समर्पण और त्याग की चर्चा हर तरफ है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी डॉ. नायक के कर्तव्यपरायणता की सराहना करते हुए ट्वीट किया है, आप जैसे कोविड-19 के विरुद्ध  युद्ध लड़ रहे योद्धाओं का मैं और सम्पूर्ण मध्यप्रदेश अभिनन्दन करता है। इसी संकल्प के साथ हम सब निरंतर आगे बढ़ें, तो यह महायुद्ध और जल्द जीत सकेंगे। सचिन जी, आपके जज्बे को सलाम!

कैलाश विजयवर्गीय ने कहा- जांबाज डॉक्टर
इसी तरह भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने भी डॉ. नायक के जज्बे को सराहा और ट्वीट किया, जांबाज डॉक्टर! कुछ इस तरह से कार में दिन गुजार रहे हैं हमारे जांबाज डक्टर। ये है डॉ. सचिन नायक, जो जेपी अस्पताल में कोरोना के खिलाफ चल रही इस जंग में तैनात हैं। बीते कुछ दिनों से इन्होंने अपनी कार को ही अपना घर बनाया हुआ है।

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