भारत के "आधार कार्ड" पर दुनियाभर के देशों की नजर, जानिए क्यों किया UIDAI से संपर्क

देश का "आधार" भारत के "आधार कार्ड" पर दुनियाभर के देशों की नजर, जानिए क्यों किया UIDAI से संपर्क

Bhaskar Hindi
Update: 2021-11-25 09:02 GMT
भारत के "आधार कार्ड" पर दुनियाभर के देशों की नजर, जानिए क्यों किया UIDAI से संपर्क
हाईलाइट
  • कुछ देशों ने आधार मॉडल को अपनाने की संभावना भी व्यक्त की है

डिजिटल डेस्क,नई दिल्ली। भारत में लोगों के पहचान पत्र के तौर पर आधार कार्ड को सबसे अहम माना जाता है। अगर किसी ने आधार कार्ड दिखा दिया तो, उसकी पहचान मान्य हो जाती है। अब इस आधार कार्ड पर दुनिया के कई देशों का ध्यान गया है और उन्होंने आधारी जारी करने वाली संस्था UIDAI से संपर्क किया है। ताकि वो इस पहचान पत्र को अपने देश भी में भी लागू कर सके और पूरी प्रक्रिया को बेहतर समझ सकें।

दरअसल, एबीपी न्यूज की खबर ने सूत्रों के हवाले से कहा कि, कई देशों ने भारत में आधार जारी करने वाली संस्था UIDAI से संपर्क किया है। ताकि वो ये समझ सकें कि, कैसे भारत ने आम जनता को एक डिजिटल पहचान दिलाई है। कुछ देशों ने आधार मॉडल को अपनाने की संभावना भी व्यक्त की है।

बता दें कि, अपने सबसे विश्वास वाले डॉक्यूमेंट आधार के जरिए भारत इंटरनेशनल स्टैंडर्ड को विकसित कर रहा है, जिसे कई देशों ने नोटिस किया है। आधार कार्ड को अपने देश में लागू करने के लिए अन्य देशों ने संभावनाएं इन सब कारणों से जताई है। इस पर भारत के केंद्रीय सूचना एवं तकनीक मंत्री अश्विनी वैष्णव का कहना है कि, आधार ने भारत के लोगों का नई पहचान दिलाई है और लोगों के जीवन में नए बदलाव की दिशा में अहम भूमिका अदा की है। आज भारत के लोग फंड ट्रांसफर हो या सब्सिडी ट्रांसफर-या फिर सरकार के जरिए किए जा रहे किसी भी ट्रांसफर का मामला हो सभी जगह आधार कार्ड मान्य है। 

इलेक्ट्रोनिक्स एंड इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी मिनिस्ट्री के सचिव अजय सॉहने के अनुसार, कई देश अब डिजिटल पहचान की तरह आगे बढ़ रहे है और भारत का आधार इस दिशा में आगे बढ़ने का जरिया हो सकता है। क्योंकि इसके जरिए देश की आम जनता को डिजिटल पहचान मिली है। 


 

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