देश में एक बार फिर गहराया कोरोना संकट, COVID-19 के XBB.1.16 वैरिएंट ने बढ़ाई चिंता , इन राज्यों में बढ़ रहे हैं कोरोना मरीज

कोरोना अलर्ट देश में एक बार फिर गहराया कोरोना संकट, COVID-19 के XBB.1.16 वैरिएंट ने बढ़ाई चिंता , इन राज्यों में बढ़ रहे हैं कोरोना मरीज

Bhaskar Hindi
Update: 2023-03-23 17:30 GMT
हाईलाइट
  • इन राज्यों में बढ़ रहा है कोरोना संकट

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। देश में एक बार फिर कोरोना का संकट गहराने लगा है। गुरुवार को कोरोना के 1300 नए मामले सामने आए, जो 140 दिन के बाद सबसे सर्वाधिक आंकड़ा है। इसी के साथ संक्रमित हुए लोगों की संख्या बढ़कर 4,46,99,418 हो गई है। वहीं देश में कोरोना के कुल एक्टीव मरीजों की संख्या 7,605 पर पुहंच गई है।  

नए मामले में तेजी आने के पीछे की बड़ी वजह COVID-19 के XBB.1.16 वैरिएंट को माना जा रहा है। INSACOG के आंकड़ों के मुताबिक, देश भर में अब तक XBB.1.16 वैरिएंट के कुल 349 मरीज पाए गए हैं। ये वैरिएंट के मरीज नौ राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में मिले हैं। जोकि बेहद चिंताजनक है। 

XBB.1.16 वैरिएंट ने बढ़ाई चिंता

इंडियन सार्स-कोव-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम (INSACOG) डेटा से मिली जानकारी के मुताबिक, इस वैरिएंट के सबसे अधिक मामले महाराष्ट्र से मिले हैं। यहां पर XBB.1.16 वैरिएंट के कुल 105 मामले पाए गए हैं। इसके अलावा तेलंगाना में 93, कर्नाटक में 61 और गुजरात में 54 केस XBB.1.16 वैरिएंट के पाए गए हैं। एक्सबीबी 1.16 वैरिएंट के दो सैंपल पहली बार जनवरी में मिले थे। वहीं फरवरी में यह आंकड़ा बढ़कर 140 तक पहुंच गया था। इस माह की बात करें तो XBB 1.16 वैरिएंट के अब तक 207 केस मिले हैं। 

इन राज्यों में बढ़ रहा है कोरोना का संकट

गुरुवार को केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने बताया कि विश्व में कोविड-19 के नए मामले एक दिन में 94,000 आए हैं। कोरोना अभी भी दुनिया से नहीं गया है, अभी भी यह वैश्विक महामारी के रूप में हम सभी के बीच है, क्योंकि नए मामले आते ही जा रहे हैं। अमेरिका से विश्व का 19 फीसदी, रूस से 12.6 फीसदी और हमारे देश से विश्व के 1 फीसदी कोरोना के मामले आ रहे हैं। राजेश भूषण ने आगे कहा कि महाराष्ट्र,  तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक, हिमाचल प्रदेश, दिल्ली, गुजरात और राजस्थान में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। 16 मार्च को मैंने व्यक्तिगत रूप से इन राज्यों को एक पत्र लिखा था कि क्या उन्हें कार्रवाई करने की आवश्यकता है।

एम्स के पूर्व निदेशक ने कही ये बातें

बुधवार को एम्स के पूर्व निदेशक डॉ रणदीप गुलेरिया ने न्यूज़ एजेंसी पीटीआई को बताया कि कोरोना का नया वैरिएंट ताजा मामलों के बढ़ोतरी के पीछे जिम्मेदार हो सकता है। उन्होंने आगे कहा कि जब तक यह गंभीर बीमारी और मौत की वजह नहीं बनता है, तब तक हमें इससे डरने की जरूरत नहीं है।

एम्स के पूर्व निदेशक गुलेरिया ने आगे कहा कि जब कोविड के मामले समाने आए थे तब यह अल्फा, बीटा, गामा, डेल्टा और ओमिक्रोन वैरिएंट के साथ उत्पन्न हुआ था। इस तरह वायरस बदलता गया। सौभाग्य की बात यह है कि हम पिछले एक साल के कोरोना मामलों पर नजर डालें तो ऐसे वैरिएंट सामने आए जो ओमीक्रोन के ही सब-वैरिएंट हैं। ऐसा लग रहा है कि वायरस कुछ हद तक स्थिर हो गया है और कोरोना के वैरिएंट पहले की तरह तेजी से नहीं बदल रहे हैं।

पीएम मोदी ने बुलाई हाई-लेवल मीटिंग

गौरतलब है कि, बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना के बढ़ते मामले देखते हुए हाई-लेवल मीटिंग रखी थी। बैठक के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि हमे जीनोम सिक्वेंसिंग में तेजी लाने की जरूरत है। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा था कि इससे कोरोना के नये वैरिएंट पर नजर बनाए रखने में मदद मिलेगी और हम सभी समय से कार्रवाई कर सकेंगे। साथ ही पीएम मोदी ने वरिष्ठ नागरिकों और अन्य बीमारियों से ग्रस्त लोग को कहा है कि ये सभी लोगों को भीड़-भाड़ वाली जगहों पर मास्क लगाने की आवश्यकता है।

Tags:    

Similar News