JNU : राहुल का मोदी सरकार पर निशाना, कहा- बहादुर छात्रों की आवाज से डर गए फासीवादी
JNU : राहुल का मोदी सरकार पर निशाना, कहा- बहादुर छात्रों की आवाज से डर गए फासीवादी
- JNU हमले को लेकर राहुल गांधी समेत कई नेताओं ने मोदी सरकार को घेरा
- जेएनयू में हुई हिंसा उसी डर को दर्शाती है
- राहुल ने कहा- बहादुर छात्रों की आवाज से डर गए फासीवादी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय के छात्रों पर रविवार शाम को हुए हमले को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी समेत कई नेताओं ने मोदी सरकार को घेरा है। राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा, "नकाबपोशों का जेएनयू के छात्रों और शिक्षकों पर किया गया क्रूर हमला, जिसमें कई गंभीर रूप से घायल हो गए, चौंकाने वाला है। देश पर राज करने वाले फासीवादी हमारे बहादुर छात्रों की आवाज से डर गए हैं। आज जेएनयू में हुई हिंसा उसी डर को दर्शाती है।"
The brutal attack on JNU students teachers by masked thugs, that has left many seriously injured, is shocking.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) January 5, 2020
The fascists in control of our nation, are afraid of the voices of our brave students. Today’s violence in JNU is a reflection of that fear.
#SOSJNU pic.twitter.com/kruTzbxJFJ
छात्र कैंपस में सुरक्षित नहीं तो देश कैसे आगे बढ़ेगा - केजरीवाल
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, "जेएनयू में हुई हिंसा के बारे में जानकर मैं बहुत हैरान हूं। छात्रों पर बेरहमी से हमला हुआ। पुलिस को तुरंत हिंसा रोकनी चाहिए और शांति बहाल करनी चाहिए। अगर हमारे छात्र विश्वविद्यालय परिसर के अंदर सुरक्षित नहीं रहेंगे तो देश कैसे आगे बढ़ेगा?
योगेंद्र यादव ने साधा पुलिस पर निशाना
स्वराज पार्टी के नेता योगेंद्र यादव ने जेएनयू हिंसा को लेकर कहा कि पुलिस की सुरक्षा में गुंडे कैंपस के अंदर घुसे हुए हैं। मैंने छात्रों और शिक्षकों से बातचीत की है। उन्होंने बताया कि जेएनयू के अंदर खौफ का माहौल है। देश की टॉप यूनिवर्सिटी में गुंडागुर्दी की जा रही है। पुलिस ने गेट बंद कर दिए हैं और किसी को आने नहीं दिया जा रहा है। पुलिस और गुडों ने मेरे साथ धक्का मुक्की की है।
जेएनयू की तस्वीरें डरावनी- सीतारमण
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि जेएनयू से डरावनी तस्वीरें सामने आ रही हैं। उन्होंने कहा कि वह जिस जेएनयू को जानती हैं वह परिचर्चा और विचारों के आदान-प्रदान के लिए जाना जाता है लेकिन हिंसा के लिए नहीं। उन्होंने कहा कि वह घटना की निंदा करती हैं। वित्त मंत्री ने कहा कि हमारी सरकार देश के तमाम विश्वविद्यालयों को छात्रों के लिए एक सुरक्षित स्थान बनाना चाहती है।
जयशंकर ने की हिंसा की निंदा
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा, "जेएनयू में क्या कुछ हो रहा है उसकी तस्वीरें वो देख चुके हैं। जयशंकर ने कहा कि वह हिंसा की वह निंदा करते हैं और यह जो कुछ हुआ है वह विश्वविद्यालय के परंपरा के खिलाफ है।"
सरकार के समर्थन के बिना ये काम नहीं हो सकता
पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने कहा, "अगर ये घटना लाइव टीवी पर हो रहा है तो जो इसे अंजाम दे रहे हैं उसे किसी चीज का भय नहीं है और ये काम बिना सरकार के समर्थन के नहीं हो सकता है।"
नकाबपोशों ने की छात्रों से मारपीट
बता दें कि रविवार शाम को जेएनयू परिसर में कई नकाबपोश घुस आए और छात्रों के साथ मारपीट की। संपत्ति को भी नुकसान पहुंचाया गया। नकाबपोशों के हाथों में लाठी, लोहे की रॉड, हॉकी और अन्य चीजें थी। इस हमले में JNU के छात्र संघ (JNUSU) आइशी घोष समेत कई छात्रों को गंभीर चोट आई है। आइशी घोष पर लोहे की रॉड से प्रहार किया गया था। हमले में जेएनयूएसयू के महासचिव सतीश चंद्र भी घायल हो गए।उन्होंने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) पर कैंपस में भड़की हिंसा का आरोप लगाया।