सीबीआई को गिरफ्तार बीएसएफ कमांडेंट से अनुब्रत मंडल से जुड़े अहम सुराग मिले
पश्चिम बंगाल सीबीआई को गिरफ्तार बीएसएफ कमांडेंट से अनुब्रत मंडल से जुड़े अहम सुराग मिले
- पोस्टिंग का समय
डिजिटल डेस्क, कोलकाता। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के अधिकारियों को कुछ महत्वपूर्ण सुराग मिले हैं, जो पशु तस्करी घोटाले में तृणमूल कांग्रेस के कद्दावर नेता अनुब्रत मंडल को सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के कमांडेंट सतीश कुमार से जोड़ते हैं।
सीबीआई सूत्रों के अनुसार, पहली कड़ी, पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में भारत-बांग्लादेश सीमा पर बीएसएफ की 36वीं बटालियन के कमांडेंट के रूप में कुमार की पोस्टिंग का समय है, जिसे पारंपरिक रूप से तस्करी में सीमा पार मवेशी तस्करी का केंद्र माना जाता है। कुमार को 2015 और 2017 के बीच वहां तैनात किया गया था, ठीक उसी समय अवधि जब अनुब्रत मंडल की संपत्ति की मात्रा अधिकतम आसमान छू गई थी।
सूत्रों के अनुसार, दूसरी कड़ी यह है कि सतीश कुमार के बेटे भुबन भास्कर, हॉक इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड में एक लेखाकार के रूप में कार्यरत थे, जो मंडल के करीबी सहयोगी, एनामुल होक द्वारा प्रेरित एक मुखौटा कंपनी है, जो वर्तमान में केंद्रीय एजेंसी की हिरासत में है। होक को सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारियों ने दोनों को हिरासत में ले लिया था, जो मवेशी तस्करी रैकेट में मनी ट्रेल एंगल में समानांतर जांच कर रहे हैं।
भास्कर को कंपनी के रिकॉर्ड के अनुसार 40,000 रुपये मासिक वेतन का भुगतान किया गया था और वह दिसंबर 2017 तक वहां कार्यरत थे, जो फिर से मुर्शिदाबाद जिले में बटालियन कमांडेंट के रूप में उनके पिता की पोस्टिंग के समय से मेल खाता है।
सूत्रों ने कहा कि सीबीआई और ईडी दोनों के अधिकारी इन कंपनियों के निदेशकों के साथ-साथ अन्य कंपनियों के निदेशकों का विवरण हासिल करने के लिए रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज (आरओसी) के अधिकारियों के साथ लगातार संपर्क में हैं।
आईएएनएस
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