पाकिस्तान के निमंत्रण पर करतारपुर जाने के लिए लेनी होगी मंजूरी: विदेश मंत्रालय
पाकिस्तान के निमंत्रण पर करतारपुर जाने के लिए लेनी होगी मंजूरी: विदेश मंत्रालय
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कांग्रेस नेता और पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू की ओर से करतारपुर गलियारे के उद्घाटन समारोह के लिए पाकिस्तानी आमंत्रण स्वीकार किए जाने का जिक्र करते हुए विदेश मंत्रालय ने कहा कि इसके लिए राजनीतिक मंजूरी लेनी होगी।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने नौ नवंबर के उद्घाटन समारोह में भाग लेने के लिए इमरान खान द्वारा भेजे गए निमंत्रण को सिद्धू द्वारा स्वीकार करने पर एक सवाल के जवाब में कहा कि जिन्हें पाकिस्तान बुलाना चाहते है, उन्हें राजनीतिक मंजूरी लेनी होगी। उन्होंने यह भी कहा कि भारत ने उद्घाटन जत्थे के लिए पाकिस्तान को 480 तीर्थयात्रियों की एक सूची दी है और पाकिस्तान की ओर से मंजूरी मिलने का इंतजार है।
वहीं सिद्धू ने कहा है कि उन्हें पाकिस्तान का निमंत्रण मिला है और वह समारोह में शिरकत करेंगे। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने इस संबंध में कहा कि अगर नवजोत सिंह सिद्धू का नाम करतारपुर के उद्घाटन के लिए जाने वाले श्रद्धालुओं के जत्था की सूची में है, तो मुझे लगता है कि राजनीतिक शख्सियतों या आमंत्रित व्यक्तियों को राजनीतिक क्लीयरेंस लेने की जरूरत है और जिनका नाम इस सूची में नहीं है वो इस बारे में जान जाएंगे। इसमें कोई हैरानी की बात नहीं है।
Raveesh Kumar, MEA on if Navjot Singh Sidhu is in the list of pilgrims to go in inaugural "jatha" to Kartarpur: I think the political personalities or invitees who think they need to get a political clearance,those not included in list will know about it.There won"t be surprises pic.twitter.com/vP2ZEyqpnk
— ANI (@ANI) October 31, 2019
कुछ वक्त पहले बठिंडा से शिरोमणि अकाली दल की सांसद और केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने ट्वीट में कहा था कि गुरु नानक देवजी के आशीर्वाद से सिख पंथ की अरदास कि करतारपुर साहिब के "खुले दर्शन दीदार" हों, आखिरकार हकीकत बनने जा रहे हैं। आगामी 8 नवंबर को पीएम नरेंद्र मोदी करतारपुर कॉरिडोर का उद्घाटन कर इतिहास रचेंगे।
हरसिमरत ने अपने ट्वीट में विपक्षी पार्टी कांग्रेस पर भी निशाना साधते हुए लिखा कि सदा गुरु साहब की आभारी रहूंगी कि उन्होंने मोदी जी को 72 साल पहले कांग्रेस द्वारा किए गए गलत वादे को सुधारने के लिए सक्षम बनाया और हमें गुरु के घर तक जोड़ने का मौका दिया।
इससे पहले कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा था कि वह केवल करतारपुर साहिब गुरुद्वारा जाने वाले पहले सर्वदलीय जत्थे का नेतृत्व करेंगे और वहां जाकर माथा टेकेंगे, न कि पाकिस्तान जाएंगे।