Amit Shah Discharge: एम्स से डिस्चार्ज हुए अमित शाह , सांस लेने में दिक्कत के कारण हुए थे भर्ती
Amit Shah Discharge: एम्स से डिस्चार्ज हुए अमित शाह , सांस लेने में दिक्कत के कारण हुए थे भर्ती
- केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को AIIMS दिल्ली से मिली छुट्टी
- शाह को COVID-19 से ठीक होने के चार दिन बाद फिर से भर्ती किया गया था
- सांस लेने में दिक्कत के कारण हुए थे भर्ती
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) दिल्ली से छुट्टी दे दी गई है। अमित शाह को COVID-19 से ठीक होने के बाद सांस लेने की तकलीफ के चलते 13 सितंबर को चेक-अप के लिए भर्ती कराया गया था। 55 वर्षीय राजनेता 2 अगस्त को कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे जिसके बाद उन्हें गुड़गांव के निजी अस्पताल मेदांता में भर्ती कराया गया था। अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद अमित शाह सोमवार से संसद के शेष मानसून सत्र में भाग ले सकते हैं।
Union Home Minister Amit Shah (in file pic) discharged from AIIMS Delhi: Sources
— ANI (@ANI) September 17, 2020
He was discharged from the hospital after post-COVID care on August 30 and was admitted again for a complete medical checkup on September 13. pic.twitter.com/TLxd7KUzVX
शाह को 29 अगस्त को पोस्ट कोविड केयर के बाद अस्पताल से छुट्टी मिली थी। उन्हें पोस्ट कोविड केयर के लिए 18 अगस्त को एम्स में भर्ती किया गया था। उस वक्त भी शरीर में दर्द, थकान और चक्कर की शिकायत थी। एम्स के डायरेक्टर डॉ. रणदीप गुलेरिया की अगुआई में उनका इलाज चला था। दो अगस्त को शाह की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। मेदांता हॉस्पिटल में उनका इलाज चला था। 14 अगस्त को कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद उन्हें अस्पताल से छुट्टी से मिली थी।
हॉस्पिटल से ऐक्टिव थे शाह
अमित शाह एम्स में एडमिट होने के बावजूद लगातार अपने काम को लेकर सक्रिय थे। गुरुवार को शाह ने हॉस्पिटल से ही गुजरात की गांधीनगर लोकसभा क्षेत्र में ₹229 करोड़ की लागत वाली 24X7 जलापूर्ति योजना का शिलान्यास वीडियो कॉन्फ़्रेन्सिंग के माध्यम से किया था। यह योजना पीएम मोदी के जन्मदिन के उपलक्ष्य में मनाए जा रहे "सेवा सप्ताह" के चलते की शुरू की गई है।
योजना की शुरुआत करते हुए शाह ने कहा था, "एक स्वस्थ व समृद्ध भारत हमेशा से मोदी जी का प्रण रहा है। यह योजना मोदी सरकार की ‘हर घर जल’ के संकल्प का दर्शाती है जिससे गांधीनगर की जनता को 24 घंटे और 365 दिन शुद्ध पेयजल प्राप्त होगा और वो बीमारियों से बचेंगे।" शाह ने आह्वान किया था कि सभी को मिलकर अपने प्रयासों से इस "सेवा सप्ताह" को सार्थक बनाना चाहिए।