एक ही दिन पैदा हुए इस गांव के 800 लोग, आधार कार्ड में हुआ लापरवाही का खुलासा
एक ही दिन पैदा हुए इस गांव के 800 लोग, आधार कार्ड में हुआ लापरवाही का खुलासा
डिजिटल डेस्क, हरिद्वार। उत्तराखंड में सरकारी अफसर और कर्मचारी किस कदर मक्कारी कर रहे हैं, इस बात की गवाही हरिद्वार का एक पूरा गांव दे रहा है। हरिद्वार के गैनदी खाता गांव में देश का सबसे जरूरी पहचान पत्र "आधार कार्ड" कुछ इस तरह से बनाया गया है कि अच्छे-अच्छों का सिर घूम जाएगा। दरअसल इस गांव में 800 से ज्यादा लोग रहते हैं और आधार कार्ड में सभी की डेट ऑफ बर्थ 1 जनवरी लिखी गई है। गांव वालों ने बताया है कि उन्होंने आधार कार्ड बनाने वाली एजेंसी को राशन कार्ड, वोटर आईडी कार्ड जैसी चीजें दी थी, लेकिन इतने दस्तावेज पास होने के बावजूद सभी की डेट ऑफ बर्थ एक ही डाली गई है।
आपको बता दें हरिद्वार के इस गांव का ये मामला पहला नहीं है। इससे पहले भी इसी तरह के मामले सामने आ चुके हैं। इसी साल अगस्त महीने में उत्तर प्रदेश के आगरा और इलाहाबाद में आधार कार्ड में डेट ऑफ बर्थ एक जैसी होने की गड़बड़ी उडागर हुई थी। यहां भी पूरे गांव के लोगों की डेट ऑफ बर्थ 1 जनवरी ही पाई गई थी।
जब गांव के लोगों से पूछताछ की गई थी, तब उन लोगों ने भी इसे एजेंसियों की लापरवाही का हवाला दिया था। वहीं इस घटना के बाद ये बात भी साफ हुई थी अक्सर ग्रामीण अपने बच्चों की डेट ऑफ बर्थ की सही जानकारी नहीं रखते हैं, जिससे स्कूल में भी उनकी तारीख गलत लिखी होती। दरअसल उस वक्त भी टीचर्स अपनी सुविधानुसार सभी बच्चों की जन्मतिथि 1 जनवरी या 1 जुलाई अंकित कर देते हैं। इस वजह से ज्यादातर लोगों की डेट ऑफ बर्थ एक ही पाई गई।
हरिद्वार में मामला सामने आने पर अब प्रशासन आंखें खुली हैं और जांच की बात कही जा रही है। लापरवाही सामने आने के बाद हरिद्वार के एसडीएम ने कहा है कि मीडिया के जरिए मिली रिपोर्ट के बाद ये मामला हमारे संज्ञान में आया है। हम मामले की जांच करेंगे और जिन्होंने भी ये गड़बड़ की है, उनके खिलाफ एक्शन लिया जाएगा।