मैक्सिको से दिल्ली भेजे गए 311 भारतीय, अमेरिका में घुसने की थी कोशिश
मैक्सिको से दिल्ली भेजे गए 311 भारतीय, अमेरिका में घुसने की थी कोशिश
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। मैक्सिको से डिपोर्ट किए गए 311 भारतीय शुक्रवार को नई दिल्ली पहुंचे। ये सभी बेहतर जीवन और अमेरिकी नौकरियों का सपना लेकर अवैध रूप से अमेरिका में घुसना चाहते थे, लेकिन मैक्सिकों में उन्हें पकड़ लिया गया। इनमें से ज्यादातर लोग हरियाणा और पंजाब के हैं। मैक्सिकों से इनकी फ्लाइट पहले स्पेन पहुंची और फिर नई दिल्ली में लैंड किया।
एक डिपोर्टी जसप्रीत सिंह ने कहा, "हम सुबह करीब 5 बजे उतरे और औपचारिकताओं में कई घंटे लग गए। हम दोपहर 1 बजे के करीब एयरपोर्ट से बाहर निकल सके।" बुधवार को मैक्सिको के नेशनल माइग्रेशन इंस्टीट्यूट (INM) की ओर से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया था कि, भारतीय नागरिकों को बोइंग 747 विमान से टोलाका सिटी इंटरनेशनल एयरपोर्ट से नई दिल्ली भेजा गया है।
मैक्सिकों से वापस लौटने वालों में 19 वर्षीय मनदीप सिंह जो जून में पटियाला से गए थे ने बताया कि वह 7 देशों की यात्रा पर मैक्सिको पहुंचे थे। इस यात्रा में पहला देश इक्वाडोर और आखिरी मैक्सिको था। उन्होंने कहा, "सात दिनों तक हम पनामा के घने जंगलों से होकर गुजरे। हम आखिरकार 12 सितंबर को मैक्सिको पहुंच गए। हम अमेरिका से सिर्फ 800 किलोमीटर दूर थे कि मैक्सिकन अथॉरिटीज ने हमें पकड़ लिया।"
22 साल के साहिल मलिक 5 जून को इक्वाडोर के लिए दिल्ली से रवाना हुए थे। उन्होंने कहा कि वे परिवहन के विभिन्न तरीकों का उपयोग करके मैक्सिको पहुंचे और अक्सर बसों में सीमाओं को पार किया।
जालंधर की 34 वर्षीय कमलजीत कौर ने ने कहा कि उसने अमेरिका पहुंचने के लिए 53 लाख रुपये खर्च किए - जिसमें खुद, उनका पति और बेटा भी शामिल थे।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने धमकी दी थी कि अगर मैक्सिको ने अपनी सीमाओं के माध्यम से अमेरिका में प्रवेश करने वाले लोगों को चैक नहीं करता है तो सभी मैक्सिकन आयातों पर टैरिफ लगाया जाएगा।
सभी मैक्सिकन आयातों पर टैरिफ की धमकी दी थी यदि देश ने मेक्सिको की सीमाओं के माध्यम से अमेरिका में प्रवेश करने वाले लोगों पर एक चेक नहीं लगाया था।