लोकसभा चुनाव 2024: सांसद बृजभूषण का सामने आया आक्रामक रवैया, कहा - 'ना बूढ़े हुए हैं, ना हीं रिटायर, अब तो छुट्टा सांड हो गया हूं'
- बीजेपी सांसद बृजभूषण का आक्रामक रवैया
- कहा - 'अब तो छुट्टा सांड हो गया हूं'
- बेटा करण सिंह है कैसरगंज से प्रत्याशी
डिजिटल डेस्क, कैसरगंज। भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व अध्यक्ष और कैसरगंज लोकसभा सीट से भाजपा के वर्तमान सांसद बृजभूषण शरण सिंह इस बार चुनावी रेस से बाहर हैं। उनकी जगह भाजपा ने बेटे करण भूषण सिंह को अपना उम्मीदवार चुना है। बेटे करण के लिए वह कैसरगंज लोकसभा क्षेत्र में लोगों से वोट मांगते दिख रहे हैं। ऐसे ही एक कार्यक्रम में बृजभूषण ने अपने दबंग अंदाज में कहा अब तो मैं छुट्टा सांड हो गया हूं, अब मैं आप लोगों के बीच पूरा समय बिताउंगा।
महिला पहलवानों के यौन शोषण मामले में आरोपी भाजपा सांसद बृजभूषण सिंह ने कहा, "ना तो मैं बूढ़ा हुआ हूं और ना ही रिटायर। पहले आपके बीच जितना समय बिताता था अब उससे दोगुना रहूंगा। अब मैं दोगुनी ताकत से काम करूंगा।" उन्होंने स्वच्छ गोंडा का नारा लगाते हुए कहा, "मुझे क्षेत्र की सारी समस्याओं की जानकारी है, कहां सड़क बननी है और कहां पुल बनना है।" उन्होंने तेवर भरे अंदाज में आगे कहा कि मैं आपके लिए किसी से भी भिड़ सकता हूं। क्या ही कर लेंगे मेरा, लड़के जीत लेंगे?
चर्चा में बृजभूषण का पुराना इंटरव्यू
चुनावी माहौल में बृजभूषण का एक इंटरव्यू काफी चर्चा में है। वीडियो में वह कुश्ती महासंघ और पहलवानों का जिक्र करते नजर आ रहे हैं। वीडियो में उन्होंने बताया कि कुश्ती महासंघ के पद से उन्होंने इस्तीफा नहीं दिया था, ब्लकि उनका कार्यकाल समाप्त हो चुका था। जिसके बाद महासंघ के चुनाव में उनके करीबी संजय सिंह को चुना गया। करण सिंह को टिकट मिलने के बाद महिला पहलवानों और भारतीय प्रोफेश्नल रेसलर बजरंग पुनिया ने कहा था कि हम हार गए हैं। इस पर भी उन्होंने अपनी प्रतिक्रिया दी। बृजभूषण सिंह ने कहा कि हम तो जीतेंगे ही। बृजभूषण हारने के लिए पैदा नहीं हुआ।
बजरंग पुनिया ने क्या कहा था?
बीते 2 मई को रेसलर बजरंग पुनिया और साक्षी मलिक ने करण भूषण सिंह को भाजपा की तरफ से टिकट दिए जाने पर कहा था कि इस फैसले से देश की बेटियों की हार हुई है। बजरंग पुनिया ने भाजपा पर निशाना साधते हुए अपने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट डाला जिसमें उन्होंने लिखा, "बीजेपी अपने आप को दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी मानती है। लाखों कार्यकर्ताओं में से सिर्फ बृजभूषण के बेटे को ही टिकट दिया, वह भी उस समय जब भाजपा प्रजव्वल रेवन्ना केस में घिरी हुई है।" उन्होंने आगे लिखा, "यह देश का दुर्भाग्य है कि देश को सम्मान दिलाने वाली बेटियां सड़क पर घसीटी जाएंगी और उनका शोषण करने वाले के बेटे को टिकट देकर सम्मानित किया जाएगा।"