महा कुंभ 2025: प्रयागराज में साधु-संतों की मीटिंग में बड़ा बवाल, दो गुट आपस में भिड़े, जमकर बरसाए लात-घूंसे

  • अखाड़ों की बैठक में गुरुवार को हुआ बवाल
  • संतों के बीच हुई मार-पीट
  • 2025 में आयोजित होगो महाकुंभ

Bhaskar Hindi
Update: 2024-11-07 12:37 GMT

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज महाकुंभ को लेकर अखाड़ों की बैठक में गुरुवार (7 नवंबर) को जमकर बवाल हुआ। संत महात्माओं ने एक दूसरे पर थप्पड़-घूंसे बरसाए। इतना ही नहीं बल्कि बैठक के दौरान लातें भी चली। यह बैठक महाकुंभ के मेला प्राधिकरण के ऑफिस में होनी थी। जिसमें 13 अखाड़ों के साधु-संत शामिल हुए थे। जानकारी के मुताबिक, निर्मोही अखाड़े के महंत राजेंद्र दास का एक साधु के साथ मदभेद हो गया और मार-पीट के हालात पैदा हो गए। इस दौरान अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महामंत्री स्वामी हरी मिरी महाराज आगबबूला हो उठे और दूसरे अखाड़े के संतों के साथ हाथापाई करनी शुरू कर दी। खबरों के अनुसार, यह मारपीट दो अखाड़ों के संतों के बीच हुई है। एक गुट मीटिंग के बीच हर-हर महादेव के नारे लगा रहा था जिसके चलते झड़प शुरू हो गई। 

बैठक हुई रद्द

आपको बता दें कि, प्राधिकरण ने अखाड़ा परिषद के दोनों गुटों को मीटिंग के लिए बुलाया था। लेकिन बैठक के बीच दोनों गुटों के संतों के बीच झड़प के चलते मीटिंग रद्द हो गई। बताया जा रहा है कि इस मारपीट में कुछ साधुओं को हल्की चोट आई है। 

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आखिर क्यों हुई झड़प?

अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रविंद्र पुरी ने बताया कि जमीन आवंटन (Allotment) को लेकर साधुओं में मदभेद हुआ जो मारपीट में तब्दील हो गई। 

आपको बता दें कि, साल 2025 में उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ आयोजित किया जाएगा। इसको लेकर जोर-शोर से तैयारियां हो रही हैं। अनुमान लगाया जा रहा है कि अगले साल होने वाले इस महाकुंभ में करीब 40 करोड़ लोग आ सकते हैं। जो कि पिछले बार के कुंभ मेले में आए लोगों की संख्या का 1.5-2 गुना अधिक है।  

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