उत्तराखंड सुरंग हादसा: लगातार 17 दिन की मेहनत के बाद बाहर तो निकल गए मजदूर, लेकिन घर जाने के लिए करना होगा थोड़ा इंतजार, जानिए क्यों?
- सुरंग से निकले 41 सकुशल मजदूर
- सभी को प्रदेश सरकार देगी 1-1 लाख रुपये
डिजिटल डेस्क, देहरादून। उत्तराखंड की सिलक्यारा टनल में फंसे मजदूरों को बीती रात सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। 17 दिनों के बाद टनल से बाहर मजदूर निकले हैं। सुरंग में फंसे मजदूर अलग-अलग राज्यों के रहने वाले हैं। उन्हीं में से एक मजदूर का नाम सोनू है, जो कि बिहार के छपरा जिले का रहने वाला है। सोनू की मां ने मीडिया से बातचीत करते हुए सरकार और बचाव कार्य में जुटे सुरक्षाकर्मियों को दिल से धन्यवाद किया है। साथ ही साथ उन्होंने बताया है कि उनका बेटा दो दिन बाद गांव वापस लौट आएगा।
मजूदर की मां ने जताया आभार
सोनू की मां ने न्यूज एजेंसी एएनआई से खास बातचीत में कहा कि सरकार को धन्यवाद कि उन्होंने मेरे बेटे को मेरी गोद में डाल दिया। सुरंग से बाहर निकले मजदूर सोनू की मां ने आगे उन लोगों का भी आभार जताया जिन्होंने लगातार 17 दिनों से सोनू समेत बाकी के मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकालने में लगे रहें। सोनू की मां ने उनसे कहा कि जिन लोगों ने सभी लोगों को बाहर निकाला उनको लाख लाख शुक्रिया और वो भी मेरे बच्चे समान हैं, जिन्होंने मेरे बच्चे को बाहर निकालने में मदद की।
बातचीत में सोनू की मां ने अपने बेटे से बातचीत को लेकर कहा कि, आखिर वो कब घर आएगा। उन्होंने कहा कि, "वो बोल रहा था कि मम्मी में सुरक्षित हूं, मैं अच्छा हूं चिंता मत करो मैं आ जाऊंगा। दो दिन के बाद गांव आ जाऊंगा।"
उत्तराखंड सरकार सभी मजदूरों को देगी 1-1 लाख रुपये
सुरंग से निकाले जाने के बाद सभी मजदूरों को चिन्यालीसौड़ में बनाए गए अस्पताल में ले जाया गया था। यहां पर मजदूर 48 घंटों तक डॉक्टरों की निगरानी में रहने वाले हैं। इसी के बाद उन्हें उनके परिजनों से मिलने भेजा जाएगा। अधिकारियों को आदेश दिए गए हैं कि अस्पताल में मजदूरों का इलाज और उनके घर जाने की पूरी व्यवस्था की जाए। इलाज का खर्चा उत्तराखंड की सरकार उठा रही है। साथ ही साथ उनके रहने खाने की व्यवस्था का खर्च भी सरकार के ही जिम्मे है। इसके अलावा सभी 41 मजदूरों को प्रदेश सरकार 1-1 लाख रुपये देने वाली है।
Created On :   29 Nov 2023 11:23 AM IST