डिजिटल डेस्क, मुंबई। महाराष्ट्र में आज यानी शनिवार को विधानसभा चुनाव के परिणाम घोषित हुए। इस दौरान राज्य की ज्यादातर सीटों पर महायुति ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की है। सूबे में भाजपा नेतृत्व वाली महायुति के पाले में 230 सीटें आई है। जबकि, सत्ता में वापसी करने के राह देखकर रही कांग्रेस के अगुवाई वाले महाविकास अघाड़ी मजह 48 सीटों पर ही सिमट कर रह गई। महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव की जीत को भाजपा लोकसभा चुनाव की हार के बदले के रूप में देख रही है। निर्वाचन आयोग की वेबसाइट पर शनिवार सुबह 8 बजे से महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के शुरुआती रुझान सामने आने शुरू हो गए थे। रुझानों के शुरुआत मेंं ही महुयति तेजी के साथ एमवीए को पछाड़ती नजर आई थी। देखते ही देखते कुछ ही घंटों में महायुति ने 145 सीटों के बहुमत का आंकड़ा हासिल कर लिया। एक तरफ जहां महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजों को लेकर भाजपा खुश नजर आ रही है। तो वहीं, दूसरी ओर कांग्रेस ने एमवीए की ईवीएम पर हार का ठिकरा फोड़ रही है। महायुति की शानदार प्रदर्शन के बाद भाजपा, एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस के मुखिया अजित पवार सीएम फेस के नाम पर मंथन शुरू कर रहे हैं।महायुति में सीएम फेस पर खींचतान शुरू दरअसल, शुरुआती रुझानों में महायुति को जीत तय होने के बाद से ही गठबंधन के घटक दलों को बीच सीएम फेस पर खींचतान शुरू हो गई है। देवेंद्र फडणवीस के चुनाव जीतते ही भाजपा से सीएम पद के लिए उनका नाम का शोरगुल शुरू हो गया था। फडणवीस के नाम उठती ही महायुति में शिवसेना और एनसीपी के बीच सुगबुगाहट तेज हो गई। एकनाथ शिंदे ने दावा किया कि महायुति में सीएम पद चुनाव में ज्यादा सीटों पर जीत हासिल करने के हिसाब से तय नहीं हुआ था। शिवसेना के अलावा एनसीपी से अजित पवार के भी सीएम बनने की आवाज उठने लगी थी। इन सबको को देखते हुए शनिवार दोपहर 4 बजे महायुति के तीनों नेताओं की उपस्थित में प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई गई थी।मुख्यमंत्री को लेकर जल्द होगी फैसलामहाराष्ट्र में बंपर जीत के बाद से ही अब सूबे में सीएम फेस को लेकर अटकलों ने सियासी हलचल तेज कर दी है। ऐसे में महायुति में सीएम फेस की गुत्थी किस तरह सुलझती है। क्या राज्य में फिर से एकनाथ शिंदे को सीएम की कमान सौंपी जाएगी या देवेंद्र फडणवीस को सीएम के तौर पर चुना जाएगा। यह देखना काफी दिलचस्प रहेगा। बता दें, महायुति में भाजपा, एकनाथ शिंदे की शिवसेना और अजित पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) शामिल है।
डिजिटल डेस्क, मुंबई। महाराष्ट्र में आज यानी शनिवार को विधानसभा चुनाव के परिणाम घोषित हुए। इस दौरान राज्य की ज्यादातर सीटों पर महायुति ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की है। सूबे में भाजपा नेतृत्व वाली महायुति के पाले में 230 सीटें आई है। जबकि, सत्ता में वापसी करने के राह देखकर रही कांग्रेस के अगुवाई वाले महाविकास अघाड़ी मजह 48 सीटों पर ही सिमट कर रह गई। महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव की जीत को भाजपा लोकसभा चुनाव की हार के बदले के रूप में देख रही है। निर्वाचन आयोग की वेबसाइट पर शनिवार सुबह 8 बजे से महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के शुरुआती रुझान सामने आने शुरू हो गए थे। रुझानों के शुरुआत मेंं ही महुयति तेजी के साथ एमवीए को पछाड़ती नजर आई थी। देखते ही देखते कुछ ही घंटों में महायुति ने 145 सीटों के बहुमत का आंकड़ा हासिल कर लिया। एक तरफ जहां महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजों को लेकर भाजपा खुश नजर आ रही है। तो वहीं, दूसरी ओर कांग्रेस ने एमवीए की ईवीएम पर हार का ठिकरा फोड़ रही है। महायुति की शानदार प्रदर्शन के बाद भाजपा, एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस के मुखिया अजित पवार सीएम फेस के नाम पर मंथन शुरू कर रहे हैं।महायुति में सीएम फेस पर खींचतान शुरू दरअसल, शुरुआती रुझानों में महायुति को जीत तय होने के बाद से ही गठबंधन के घटक दलों को बीच सीएम फेस पर खींचतान शुरू हो गई है। देवेंद्र फडणवीस के चुनाव जीतते ही भाजपा से सीएम पद के लिए उनका नाम का शोरगुल शुरू हो गया था। फडणवीस के नाम उठती ही महायुति में शिवसेना और एनसीपी के बीच सुगबुगाहट तेज हो गई। एकनाथ शिंदे ने दावा किया कि महायुति में सीएम पद चुनाव में ज्यादा सीटों पर जीत हासिल करने के हिसाब से तय नहीं हुआ था। शिवसेना के अलावा एनसीपी से अजित पवार के भी सीएम बनने की आवाज उठने लगी थी। इन सबको को देखते हुए शनिवार दोपहर 4 बजे महायुति के तीनों नेताओं की उपस्थित में प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई गई थी।मुख्यमंत्री को लेकर जल्द होगी फैसलामहाराष्ट्र में बंपर जीत के बाद से ही अब सूबे में सीएम फेस को लेकर अटकलों ने सियासी हलचल तेज कर दी है। ऐसे में महायुति में सीएम फेस की गुत्थी किस तरह सुलझती है। क्या राज्य में फिर से एकनाथ शिंदे को सीएम की कमान सौंपी जाएगी या देवेंद्र फडणवीस को सीएम के तौर पर चुना जाएगा। यह देखना काफी दिलचस्प रहेगा। बता दें, महायुति में भाजपा, एकनाथ शिंदे की शिवसेना और अजित पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) शामिल है।