पेरेंटिंग टिप्स: बच्चों को देना है बढ़िया परवरिश तो, जरुर रखें इन 6 बातों का ध्यान

  • अपने बच्चें को देना चाहते हैं बढ़िया परवरिश
  • जरुर रखें उन से जुड़ी इन 6 बातों का ध्यान

Bhaskar Hindi
Update: 2024-02-17 09:55 GMT

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। मासूमियत और बचपने से भरे बच्चे भले ही उम्र में छोटे हों पर उनके साथ किया गया गलत व्यवहार उनके मन में हमारे प्रति शंका भी पैदा कर सकता है। हालांकि अक्सर ये हम जानबूझकर नहीं करते पर अनजाने में कुछ ऐसी गलतियां कर जाते हैं जो उन पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती हैं। क्या हैं ये भूलें, जानिए

यहां ध्यान रखने योग्य 6 प्रमुख बातें

1. पूछना की मम्मी ज्यादा पसंद है या पापा

सोचिए अगर आपसे पूछा जाए कि आप अपने दो बच्चों में से किस बच्चे को ज्यादा प्यार करते हैं तो क्या आप जवाब दे पाएंगे? शायद नहीं। ठीक इसी प्रकार बच्चों को कभी भी माता-पिता में से किसी एक को चुनने के लिए न कहें। वे अपनी मम्मी और पापा दोनों से ही प्यार करते हैं। किसी एक का चुनाव करने को कहना न सिर्फ उन्हें असमंजस में डाल सकता है बल्कि उन्हें परेशान भी कर सकता है। 

2. दूसरे के सामने एक्टिविटी करने को कहना

घर में कोई रिश्तेदार या पहचान वाला आया नहीं कि तुरंत आप बच्चे से कहते हैं, 'बेटा, मासी को डांस करके दिखाओ' या ' बेटा, मामा को अपनी किताब की कविता सुनाओ'। बच्चे को बार-बार गतिविधि करने के लिए बाध्य करने से पहले ये जान लें कि बच्चा उसे करने में सहज तो है न, और अगर नहीं है तो दूसरों के सामने ऐसा करने के लिए जबरदस्ती न करें। इससे वह दूसरों के सामने आने के बजाय अकेले रहना ज्यादा पसंद करने लगेगा।

3. पार्टनर की शिकायतें करना

बच्चे के सामने पति-पत्नी का एक-दूसरे को नीचा दिखाना या उससे अपने साथी की बुराई करना एकदम गलत है। चूंकि जब आप अपने साथी को कमियां बच्चे को बताएंगे तो उसे लगेगा आप सिर्फ बुराई करते रहते हैं, वहीं दूसरी ओर साथी की गलतियां पता चलने से बच्चे के मन में उनके प्रति आदर भाव भी कम हो सकता है। इसके अलावा बच्चे के सामने जब आप एक-दूसरे को नीचा दिखाएंगे तो बच्चा भी वही सीखेगा। इससे उसके मन में आपके या आपके साथी के प्रति नकारात्मकता भी आ सकती है।

4. किसी भी बात को लेकर मजाक बनाना

बच्चे ने किसी के सामने बोलने की कोशिश की और वो सही तरह से नहीं बोल पाया तो हंस देना, चाल को लेकर, या कभी उसकी हरकत पर हंसकर उसका बार-बार मजाक बनाना, लगभग सबके लिए एक बहुत साधारण सी बात है। ये साधारण लगने वाली बात बच्चे को बाहरी रूप 2 से भले ही चोट न पहुंचाए पर उसे आंतरिक रूप से काफी नुकसान पहुंचा सकती है। इससे उसका आत्मविश्वास भी कमजोर हो सकता है, इसलिए ऐसा कभी न करें।

5. कोई बुरा टैग दे देना

कुछ लोगों की आदत होती है हर बात पर या किसी आदत को लेकर बच्चे को टैग (उपनाम) दे देने की। जैसे कोई काम करने में समय लगा तो तुरंत कह देंगे तुम बहुत ढीले हो या तुम बहुत आलसी हो, तुम गंदे बच्चे हो, तुम बहुत शर्मीले हो या तुम बहुत सुस्त हो। ऐसे में बच्चा धीरे-धीरे इन शब्दों को अपना व्यक्तित्व समझ सकता है और इस व्यवहार को अपने स्वभाव का हिस्सा भी बना सकता है। इसलिए जितना हो सके उसे ऐसे शब्द बोलने से बचें।

6. हर जिद को पूरा करना

बच्चे ने कोई चीज मांगी नहीं कि कुछ माता-पिता उसे तुरंत दिला देते हैं। इस स्थिति में आप बच्चे को त्वरित खुशी तो दे देते हैं पर लंबे समय में ऐसा करना उसे भावनात्मक रूप से कमजोर कर सकता है। इससे होगा ये कि अगर वह भविष्य में किसी वस्तु को प्राप्त नहीं कर पाए‌गा तो उसकी कमी उसे परेशान कर देगी। हालांकि इसका मतलब यह नहीं कि आप उसे हर चीज के लिए मना करें। बल्कि ज़िद करने पर आप उसे प्यार से और कारण देकर समझाएं और मना करने की वाजिब सीमाएं बनाएं।

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