जब यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की के घर तक पहुंच गये थे रूसी सैनिक, अपने बच्चे और पत्नी समेत खुद की जान बचाने के लिए इस तरह किया था काम
रूस-यूक्रेन युद्ध जब यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की के घर तक पहुंच गये थे रूसी सैनिक, अपने बच्चे और पत्नी समेत खुद की जान बचाने के लिए इस तरह किया था काम
- मुझे भागना नहीं बल्कि मुझे हथियार चाहिए
- रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध 24 फरवरी को शुरू हो गया था
डिजिटल डेस्क, कीव। रूस और यूक्रेन के बीच जंग जारी हुए दो माह से अधिक हो गए हैं। रूस और यूक्रेन के बीच जबरदस्त गोलाबारी जारी है। इसी बीच एक हैरान करने वाली खबर सामने आई है। जिसमें यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की के एक सहयोगी ने दावा किया है कि रूस और यूक्रेन युद्ध के शुरूआत में ही रूसी सैनिक राष्ट्रपति जेलेंस्की और उनके परिवार को पकड़ने के लिए आ गए थे। हालांकि जेलेंस्की किसी तरह बच गए और रूस की यह कोशिश नाकाम हो गई।
मैगजीन में हुआ खुलासा
डीएनए हिंदी के मुताबिक इनसाइट जेलेंस्की वर्ल्ड नाम से जेलेंस्की के चीफ ऑफ स्टाफ एंड्री यर्मक का एक इंटरव्यू टाइम मैगजीन ने छापा है। इस साक्षात्कार में एंड्री ने बताया है कि किस तरह रूस के सैनिक कीव में दाखिल हुए थे और वे किसी भी तरह राष्ट्रपति जेलेंस्की और उनके परिवार को पकड़ना और मारना चाहते थे। हालांकि रूसी सैनिकों को इस कार्य को अंजाम देने में सफलता हाथ नहीं लगी।
युद्ध के पहले दिन जेलेंस्की थे निशाने पर
रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध 24 फरवरी को शुरू हो गया था। रूसी सैनिक पहले ही दिन राष्ट्रपति जेलेंस्की को परिवार समेत पकड़ना चाहते थे। जेलेंस्की के चीफ ऑफ स्टाफ एंड्री यर्मक ने बताया कि राष्ट्रपति निवास रूस के रडार पर था। उन्होंने बताया कि अचानक जेलेंस्की के दफ्तर के बाहर गोलियों की आवाज आने लगी। अंदर हलचल सी मच गई, समझ में नहीं आ रहा था कि क्या किया जाए। एंड्री ने आगे बताया कि युद्ध के कुछ ही घंटे में रूसी सैनिक जेलेंस्की को ढूंढते हुए आ गए थे, राष्ट्रपति और उनका परिवार अंदर ही था।
जेलेंस्की के गार्ड ने कैसे भी कैंपस को सील किया, अंदर मौजूद गार्ड ने लाइट ऑफ कर दी और राष्ट्रपति जेलेंस्की और उनके सहयोगी बुलेट प्रूफ जैकेट और असॉल्ट राइफल ले आए। हालांकि उनमें से कुछ ही लोगों को हथियार चलाना पता था। एंड्री ने कहा कि जेलेंस्की ने बाद में बताया कि उनकी पत्नी और बच्चे भी वहीं थे। एंड्री ने कहा कि रूसी सैनिक जब वहां पहुंच गए थे, उसी दिन तय हो गया था कि राष्ट्रपति दफ्तर सुरक्षित नहीं हैं। उन्होंने आगे कहा कि ये सब हमने फिल्मों ही देखा था लेकिन उस दिन सामने देख कर हैरान रहा। यूक्रेनी सेना ने जेलेंस्की को सूचना दी थी कि रूस की स्ट्राइक टीम ने कीव में पैराशूट लैंडिंग की है और राष्ट्रपति समेत उनके परिवार को पकड़ना चाहती है।
अमेरिका के इस ऑफर को ठुकराया था
यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने अमेरिका के उस ऑफर को ठुकरा दिया था। जिसमें कहा गया था कि उन्हें अमेरिका सुरक्षित बाहर निकालना चाहता है। तब राष्ट्र के पक्ष में खड़े दिखे जेलेंस्की ने कहा कि मुझे भागना नहीं बल्कि मुझे हथियार चाहिए। यहां तक कि जेलेंस्की ने विश्वभर में रह रहे यूक्रेनी नागरिकों को भी रूस के खिलाफ युद्ध में शामिल होने का आवाह्नन किया था। युद्ध जारी हुए दो माह से अधिक का समय हो गया लेकिन अभी कोई भी रिजल्ट नहीं आया। दोनों देशों के बीच महासंग्राम का अंत होता अभी नहीं दिख रहा है।