US ने ईरान को बताया तेल टैंकरों पर हमले का जिम्मेदार, मध्यपूर्व में तैनात करेगा अतिरिक्त सैनिक
US ने ईरान को बताया तेल टैंकरों पर हमले का जिम्मेदार, मध्यपूर्व में तैनात करेगा अतिरिक्त सैनिक
- अमेरिका ने ओमान की खाड़ी में हुए तेल टैंकरों पर हमले की तस्वीरें शेयर की है
- अमेरिका ने मध्यपूर्व में एक हजार अतिरिक्त सैनिक तैनात करने का भी फैसला लिया है
- तस्वीरें जारी कर अमेरिका ने इस हमले के लिए ईरान को जिम्मेदार बताया है
डिजिटल डेस्क, वॉशिंगटन। अमेरिका ने ओमान की खाड़ी में हुए तेल टैंकरों पर हमले की फोटो शेयर करने के बाद एक और बड़ा फेसला लिया है। अमेरिका अब मध्यपूर्व में एक हजार अतिरिक्त सैनिक तैनात करेगा ताकि वह वायुसैनिक, नौसैनिक समेत तमाम रक्षा चुनौतियों का सामना कर सके।
बता दें कि ओमान की खाड़ी में 13 जून को दो तेल टैंकरों पर हमला किया गया था। सैटेलाइट तस्वीरें जारी कर अमेरिका ने इस हमले के लिए ईरान को जिम्मेदार बताया है। पेंटागन की ओर से जारी की गई तस्वीरों में से एक में ईरान के सैनिक जापान के कोकुका करेजियस जहाज से विस्फोटक सामग्री हटाते हुए दिख रहे हैं। दूसरी तस्वीर में कोकुहा जहाज पर एक बड़ा छेद भी दिखाई दे रहा है।
सोमवार को अमेरिका के कार्यवाहक मंत्री पैट्रिक शैनहन ने कहा कि ट्रंप प्रशासन ने पश्चिम एशिया में एक हजार अतिरिक्त सैनिक तैनात करने का फैसला लिया है। अमेरिका के सेन्ट्रल कमान की ओर से अतिरिक्त सैनिकों की मांग देखते हुए ये फैसला लिया गया है। फैसले को लेने से पूर्व जॉइंट चीफ ऑफ स्टाफ तथा वाइट हाउस से भी सलाह मशवरा किया गया है। शैनहन ने कहा, मैंने मध्यपूर्व में वायुसैनिक, नौसैनिक समेत तमाम रक्षा चुनौतियों का सामना करने के लिए अतिरिक्त सैनिकों की तैनाती को मंजूरी दी है।
रिपोर्ट के अनुसार हमले का शिकार हुए दो जहाजों में से एक जापान के स्वामित्व वाला टैंकर कोकुका करेजियस और दूसरा नॉर्वे का टैंकर फ्रंट अल्टेयर था। दोनों जहाजों के बीच यह हमला सबसे व्यस्त तेल मार्ग ओमान की खाड़ी होरमुज के करीब हुआ। 1 लाख 11 हजार टन क्षमता वाला फ्रंट अल्टेयर टैंकर जहाज कतर से ताइवान जा रहा था। ओमान की खाड़ी होरमुज के रास्ते से कई लाख डॉलर का तेल कई जगहों पर भेजा जाता है, और इसी वजह से अमेरिका ने इस रास्ते पर 1000 अतिरिक्त सैनिक तैनात करने का फैसला लिया है।