ट्रंप ने कहा, मोदी चाहते हैं कश्मीर पर मध्यस्थता, व्हाइट हाउस ने रिलीज से हटाया बयान

ट्रंप ने कहा, मोदी चाहते हैं कश्मीर पर मध्यस्थता, व्हाइट हाउस ने रिलीज से हटाया बयान

Bhaskar Hindi
Update: 2019-07-22 19:32 GMT
हाईलाइट
  • अफगानिस्तान के साथ शांति वार्ता की पहल कर रहा पाकिस्तान
  • ट्रंप ने कहा
  • पाकिस्तान के साथ सुधारना चाहते हैं संबंध
  • पाकिस्तान और अमेरिका के बीच ट्रेड में हुई बढ़ोतरी

डिजिटल डेस्क, वॉशिंगटन डीसी। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के बीच सोमवार को व्हाइट हाउस में मुलाकात हुई। मुलाकात के दौरान ट्रंप ने दावा किया कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनसे कश्मीर मसले पर मध्यस्थता करने को कहा था, लेकिन  बाद में व्हाइट हाउस की तरफ से जारी किए गए बयान में कश्मीर का कोई जिक्र नहीं किया गया।

व्हाइट हाउस की तरफ से जारी अधिकारिक बयान में डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि स्थिरता, आर्थिक समृद्धि और शांति स्थापित करने के लिए हम पाकिस्तान के साथ काम करना चाहते हैं। ट्रंप ने कहा कि आतंकवाद का मुकाबला करने और क्षेत्रीय सुरक्षा में सुधार लाने के लिए पाकिस्तान ने शुरुआती कदम उठाए हैं। पाकिस्तान की सभी आतंकी समूहों को बंद  करने के लिए आगे बढ़ना चाहिए। 

ट्रंप ने कहा कि पाकिस्तान ने अफगानिस्तान के साथ शांति वार्ता की पहल की है, इसे आगे बढ़ाने की जरूरत है। अफगानिस्तान में संघर्ष को रोककर ही अमेरिका और पाकिस्तान के बीच एक मजबूत साझेदारी स्थापित की जा सकती है।

अमेरिका और पाकिस्तान ने 2018 में 6.6 बिलियन डॉलर के द्विपक्षीय व्यापार का रिकॉर्ड बनाया है। पाकिस्तान में अमेरिका का निर्यात बढ़कर 2.8 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया है। पाकिस्तान अमेरिका के सामानों के लिए सबसे बड़ा बाजार है। 2018 में अमेरिका ने पाकिस्तान को 1.4 बिलियन डॉलर के कृषि उत्पाद निर्यात किए हैं। 

इमरान खान के मुलाकात करते समय ट्रंप ने कश्मीर का भी  जिक्र किया। ट्रंप ने कहा मैं दो सप्ताह पहले ही भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिला था और हमारी इस मसले पर बात भी हुई थी, उन्होंने कहा था कि आप मध्यस्थता कर सकते हैं, मैंने उनसे पूछा किस बात पर तो उन्होंने कहा कश्मीर के मुद्दे पर, ट्रंप ने कहा कि मोदी इस मुद्दे का हल चाहते हैं और आप भी ऐसा ही कह रहे हैं, मैंने उनसे कहा कि मुझे इस मुद्दे पर मध्यस्थता करके खुशी महसूस होगी, इस समस्या का हल दो बेजोड़ देशों के नेताओं के लिए नामुमकिन नहीं है।

 

 

 

 

 

 


 

Tags:    

Similar News