नेशनल असेंबली के डिप्टी स्पीकर कासिम खान सूरी ने पीएम इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को किया खारिज, असेंबली का सत्र 25 अप्रैल तक स्थगित
इमरान बने रहेंगे पाक के पीएम नेशनल असेंबली के डिप्टी स्पीकर कासिम खान सूरी ने पीएम इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को किया खारिज, असेंबली का सत्र 25 अप्रैल तक स्थगित
- स्पीकर असद कैसर को हटाने के लिए अविश्वास प्रस्ताव
डिजिटल डेस्क, इस्लामाबाद। पाकिस्तान में रविवार को इमरान सरकार और विपक्षी दलों के बीच जबरदस्त उठापटक का दौरा चलता रहा। इमरान खान ने जो चाहा वही किया। रविवार को पाकिस्तान की नेशनल असेंबली के डिप्टी स्पीकर कासिम खान सूरी ने विदेशी साजिश का आरोप लगाकर अविश्वास प्रस्ताव खारिज कर दिया गया है तथा असेंबली को 25 अप्रैल तक स्थगित कर दिया। अब साफ हो गया है कि इमरान खान पाकिस्तान के प्रधानमंत्री पद पर बने रहेंगे।
रविवार को खबरें आ रही थी कि इमरान खान को अपने पद से इस्तीफा देना पड़ सकता है। विपक्षी दल पूरी तरह से लामबंद थे और असेंबली में अविश्वास प्रस्ताव लेकर आये थे। लेकिन इस प्रस्ताव को अब डिप्टी स्पीकर कासिम खान सूरी असंवैधानिक करार देते हुए खारिज कर दिया है।
— ANI (@ANI) April 3, 2022
राष्ट्रपति आरिफ अल्वी के साथ पीएम इमरान खान की मुलाकात
अभी खबर यह है कि पीएम इमरान खान इस वक्त राष्ट्रपति आरिफ अल्वी के साथ बैठक कर रहे हैं। दोनों के बीच गंभीर मंत्रणा हो रही है। इधर डिप्टी स्पीकर कासिम खान सूरी ने नेशनल असेंबली की कार्यवाही शुरू कर दी है। सदन में इमरान सरकार में मंत्री फवाद चौधरी बोल रहे हैं।
— ANI (@ANI) April 3, 2022
स्पीकर को हटाने का प्रस्ताव पेश किया गया
पाकिस्तान में प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ रविवार को अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग होनी है। इससे पहले विपक्ष के सदस्य ने नेशनल असेंबली के स्पीकर असद कैसर को हटाने के लिए अविश्वास प्रस्ताव पेश किया है। खास बात है कि खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव की प्रक्रिया में देरी के चलते विपक्ष ने कैसर की जमकर आलोचना की थी। खबरों के मुताबिक स्पीकर के खिलाफ करीब 100 सदस्यों ने सहमति दे दी है।
इमरान हो सकते हैं गिरफ्तार
गौरतलब है कि नेशनल असेंबली में अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग से पहले पाकिस्तान के गृह मंत्री शेख रशीद ने दावा किया है कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को गिरफ्तार किया जा सकता है। शेख रशीद ने कहा कि मुझे लगता है कि वे इमरान खान को गिरफ्तार कर लेंगे, वे इमरान खान को बर्दाश्त नहीं करेंगे। एक सौ पचपन सदस्य इस्तीफा दे सकते हैं, ये लोकतंत्र के लिए गंभीर खतरा है, इस स्थिति का एकमात्र समाधान चुनाव है।