ग्राउंड जीरो से रिपोर्टिंग कर रही सीएनएन की टीम से भीड़े तालिबानी, असॉल्ट राइफल के साथ रोकने की कोशिश की
Watch ग्राउंड जीरो से रिपोर्टिंग कर रही सीएनएन की टीम से भीड़े तालिबानी, असॉल्ट राइफल के साथ रोकने की कोशिश की
- जलालाबाद में तालिबान विरोधी प्रदर्शनों के बाद ये खबरें सामने आई
- तालिबान के लड़ाकों की पत्रकारों पर हमला करने की खबरें
- तालिबानी लड़ाके ने महिला रिपोर्टर को फेस करने के लिए कहा
डिजिटल डेस्क, काबुल। अफगानिस्तान की राजधानी काबुल और नंगरहार प्रांत के जलालाबाद शहर में तालिबान के लड़ाकों की पत्रकारों पर हमला करने की खबरें सामने आई हैं। स्थानीय पत्रकारों पर हमले की खबरें बुधवार को जलालाबाद में तालिबान विरोधी प्रदर्शनों के बाद आई हैं।
सीएनएन की एक वीडियो रिपोर्ट में दिखाया गया है कि कैसे एक महिला पत्रकार और उसका कैमरापर्सन जो काबुल से रिपोर्टिंग करते समय स्थानीय लोगों से बात कर रहे थे, को हाथ में गन लिए तालिबान के लड़ाके ने रोकने की कोशिश की। तालिबानी लड़ाके ने पहले से ही काला हिजाब पहनी महिला रिपोर्टर को अपना फेस कवर करने के लिए भी कहा।
टकराव के डर से, सीएनएन की टीम पीछे हट गई, लेकिन एक तालिबान विद्रोही असॉल्ट राइफल के साथ उनके पास आता है और तभी पीछे हटता है जब वे दिखाते हैं कि उनके पास रिपोर्ट करने की अनुमति है।
इससे पहले बुधवार को एक लोकल न्यूज एजेंसी के रिपोर्टर बबरक अमीरज़ादा ने बताया था कि तालिबान ने उन्हें और एक अन्य एजेंसी के एक टीवी कैमरामैन को हंगामे के बीच पीटा। बुधवार को तालिबानी लड़ाको ने अफगानिस्तान का झंडा लिए प्रदर्शन कर रहे लोगों पर गोलियां चला दी थीं। इस गोलीबारी में तीन लोगों की मौत हो गई थी। 12 अन्य घायल हो गए थे।
सीएनएन ने कहा कि तालिबानी बलों ने जानबूझकर पत्रकारों और अन्य मीडिया कर्मियों को निशाना बनाया है, जिनमें महिला पत्रकार भी शामिल हैं, खासकर वे जो टेलीविजन पर दिखाई देती हैं।
बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, तालिबान ने इस साल की शुरुआत में राष्ट्रव्यापी हमले शुरू करने से पहले ही पत्रकारों, जजों और एक्टिविस्टों की हत्या की थी। इस साल जुलाई में कंधार में भारतीय फोटो जर्नलिस्ट दानिश सिद्दीकी की हत्या के लिए भी तालिबान जिम्मेदार था।