नौ साल बाद पाकिस्तान का कोई हुक्मरान भारत आने की तैयारी में, तमाम विरोधों के बावजूद शंघाई बैठक में हिस्सा लेने भारत आ रहे हैं बिलावल भुट्टो
भुट्टो का भारत दौरा! नौ साल बाद पाकिस्तान का कोई हुक्मरान भारत आने की तैयारी में, तमाम विरोधों के बावजूद शंघाई बैठक में हिस्सा लेने भारत आ रहे हैं बिलावल भुट्टो
डिजिटल डेस्क, इस्लामाबाद। पिछले कई दिनों से कयास लगाए जा रहे थे कि भारत में आयोजित शंघाई को-ऑपरेशन आर्गनाइजेशन की बैठक में पाकिस्तान अपनी मौजूदगी दर्ज करवाने के लिए भारत आएगा या नहीं। अब इसी मामले पर बड़ी खबर सामने आई है। अगले महीने आयोजित एससीओ की बैठक के लिए पाक विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो भारत दौरे पर 4 मई को आएंगे।
इस खबर के आने के बाद से ही पाकिस्तानी और भारतीय मीडिया में चर्चाएं शुरू हो गई हैं। कुछ दिनों पहले ही पाकिस्तान की शहबाज सरकार में भी इस मामले को लेकर पेंच फंस गया था। पाक के कुछ आधिकारियों का कहना था कि, छोटे लेवल के अधिकारियों को भारत भेज कर देश अपनी मौजूदगी दर्ज कराए। वहीं कुछ का कहना था कि, खुद विदेश मंत्री भारत जाकर एससीओ में अपनी मौजूदगी दर्ज कराए ताकि पाकिस्तान का कद अंतरराष्ट्रीय मंच पर बढ़े।
4-5 मई को होगी बैठक
दरअसल, भारत में चीन की अगुवाई में अगले महीने के 4-5 तारीख को शंघाई देशों की बैठक है। जिसमें भारत, पाकिस्तान, चीन, रूस, कजाकिस्तान, उज्बेकिस्तान, किर्गिस्तान और तजाकिस्तान के विदेश मंत्री शामिल होंगे। जब खबर सामने आई थी कि भारत में साल 2023 की शंघाई बैठक होने वाली है तो इस मसले पर पाकिस्तान ने तुरंत नाराजगी जताई थी और पाक विदेश मंत्रालय की ओर से कहा गया था कि, हम अपने मुल्क की बेहतरी के लिए जो बेहतर कदम होगा वो उठाएंगे। अब इसी बैठक को लेकर खबर आ रही है कि पाकिस्तान की विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो भारत के दौरे पर आएंगे और अपने मुल्क का प्रतिनिधित्व करेंगे।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 20, 2023
भारत आने के लिए बेचैन थे भुट्टो?
जब से ये खबर सामने आई थी कि भारत में इस बार एससीओ की बैठक होने जा रही है। तभी से पाकिस्तानी मीडिया के पैनल्स में चर्चाएं हो गई थी कि क्या भारत दौरे पर विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो को जाना चाहिए? जानकारी की मानें, तो बिलावल भुट्टो को वो तमाम लोग नापंसद रहे जिन्होंने भारत के दौरे पर न जाने की हिदायत दी थी। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो, पाक विदेश मंत्री भुट्टो भारत दौरे के लिए बेचैन थे उनके द्वारा किसी भी तरह से कोई आपत्ति नहीं थी। वहीं साल 2014 के बाद यह पहली बार होगा जब कोई पाकिस्तान का प्रतिनिधि सत्ता में रहते हुए भारत दौरे पर आएगा। पिछली बार पाकिस्तान के पीएम नवाज शरीफ भारत के दौरे पर आए हुए थे। जिसके बाद अब भुट्टो का दौरा होने जा रहा है।
कौन हैं भुट्टो?
बिलावल भुट्टो पाकिस्तान के एक बड़े राजनैतिक खानदान से हैं। इनकी मां बेनजीर भुट्टो पाकिस्तान की पीएम और पिता आसिफ अली जरदारी राष्ट्रपति के पद पर रह चुके हैं। भुट्टो पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी का नेतृत्व करते हैं। इनके उल जुलूल बयान अक्सर सोशल मीडिया पर छाए रहते हैं। पिछले साल ही इमरान खान की सरकार गिराकर शहबाज शरीफ के साथ मिलकर सरकार बनाई थी। जिसमें भुट्टो को विदेश मंत्री का कार्यभार संभालने का जिम्मा दिया गया। पाकिस्तान की राजनीति में भुट्टो के बारे में कहा जाता है कि, इनके बयानों को कोई सीरियसली नहीं लेता है। वहीं बिलावल अक्सर कश्मीर पर दिए गए बयानों की वजह से सुर्खियों में रहते हैं। हालांकि, अब देखना होगा कि भारत दौरे पर आ रहे बिलावल भुट्टो पाकिस्तान को गौरवान्वित करते हैं या रुसवा करते हैं।