नए साल के पहले महीने में सुरक्षा में कोई सुधार नहीं , सुरक्षा स्थिति गंभीर
पाकिस्तान नए साल के पहले महीने में सुरक्षा में कोई सुधार नहीं , सुरक्षा स्थिति गंभीर
- मौतों और चोटों की दर में 15 फीसदी की वृद्धि
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पाकिस्तान में नए साल के पहले महीने में सुरक्षा की स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ है, क्योंकि आतंकवादी हमलों में हताहतों की संख्या में वृद्धि हुई है। फ्राइडे टाइम्स ने बताया कि पिछले साल दिसंबर की तुलना में जनवरी 2022 में कुछ कम आतंकवादी हमले हुए।
इस्लामाबाद स्थित थिंक-टैंक पाकिस्तान इंस्टीट्यूट फॉर कॉन्फ्लिक्ट एंड सिक्योरिटी स्टडीज (पीआईसीएसएस) द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, जनवरी 2022 में हिंसक हमलों की संख्या पिछले महीने के 28 से घटकर 24 हो गई, हालांकि मौतों और चोटों की दर में 15 फीसदी की वृद्धि हुई।
जनवरी 2022 में, आतंकवादियों ने 24 हमले किए, जिनमें 22 सुरक्षा बलों के जवानों, 16 नागरिकों और चार आतंकवादियों सहित 42 लोग मारे गए, जबकि 79 लोग घायल हो गए, जिनमें से 62 नागरिक थे और 17 सुरक्षा बलों के जवान थे। पिछले महीने सबसे ज्यादा हमले खैबर पख्तूनख्वा (केपी) में हुए, उसके बाद बलूचिस्तान और तत्कालीन फाटा में हुए।
पीआईसीएसएस ने केपी में 12 आतंकवादी हमले दर्ज किए, जिनमें 15 लोग मारे गए (9 नागरिक, 5 सुरक्षा बल) और सात लोग घायल हुए (4 सुरक्षा बल, 3 नागरिक)। बलूचिस्तान में आतंकवादियों ने छह हमले किए, जिनमें 17 लोग मारे गए, जिनमें से अधिकांश सुरक्षा बल के जवान (14 सुरक्षा बल, 3 नागरिक) थे और 32 लोग घायल हुए, जिनमें ज्यादातर नागरिक (26 नागरिक, 6 सुरक्षा बल) थे।
पूर्व-फाटा (केपी के आदिवासी जिले) में, चार आतंकवादी हमलों में दो नागरिक और दो सुरक्षा बल के जवान मारे गए, जबकि चार सुरक्षा बल के जवान घायल हो गए। पंजाब में केवल एक हमला लाहौर के अनारकली बाजार में हुआ, जिसमें सुरक्षा बलों के एक जवान समेत तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि 33 नागरिक घायल हो गए।
इस्लामाबाद में एक आतंकवादी हमले की सूचना मिली जिसमें एक पुलिस अधिकारी मारा गया और तीन अन्य घायल हो गए। जनवरी में सिंध में कोई आतंकवादी हमला नहीं हुआ। दिसंबर 2021 में आतंकियों ने देशभर में 28 हमले किए थे, जिसमें 13 सुरक्षा बलों के जवानों समेत 36 लोग मारे गए थे, जबकि 47 लोग घायल हुए थे, जिनमें से 10 सुरक्षा बलों के थे। साल 2021 में पाकिस्तान में आतंकवादी हमलों में 2020 की तुलना में 56 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
(आईएएनएस)