कोरोना वैक्सीन लगवा चुके लोगों को भी नहीं बख्श रहा कोरोना का नया वैरिएंट एक्सबीबी1.5, अमेरिका के एक शोध में हुए कई चौंकाने वाले खुलासे, जानिए मास्क है कितना असरदार?

कोरोना अलर्ट कोरोना वैक्सीन लगवा चुके लोगों को भी नहीं बख्श रहा कोरोना का नया वैरिएंट एक्सबीबी1.5, अमेरिका के एक शोध में हुए कई चौंकाने वाले खुलासे, जानिए मास्क है कितना असरदार?

Bhaskar Hindi
Update: 2023-01-07 12:38 GMT
कोरोना वैक्सीन लगवा चुके लोगों को भी नहीं बख्श रहा कोरोना का नया वैरिएंट एक्सबीबी1.5, अमेरिका के एक शोध में हुए कई चौंकाने वाले खुलासे, जानिए मास्क है कितना असरदार?
हाईलाइट
  • नए वैरिएंट से लड़ना मुश्किल : वायरोलॉजिस्ट पाउला केनन

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दुनियाभर में कोरोना वायरस के लगातार नए नए वैरिएंट सामने आ रहे हैं। ऐसे में कोरोना का एक नया वैरिएंट सामने आया है, जिसका नाम एक्सबीबी1.5 है। इस नए वैरिएंट का पता पिछले साल चला था। इस वैरिएंट ने पूरे अमेरिका में हाहाकार मचा रखा है। अब अमेरिकी विशेषज्ञों ने इस पर एक रिपोर्ट तैयार की है। उनका कहना है कि जो लोग अब तक कोरोना वायरस के संक्रमण से बचते रहे हैं। वे भी कोविड-19 के नए वैरिएंट एक्सबीबी.1.5 से संक्रमित हो रहे हैं। यही नहीं उनका कहना है कि अमेरिका में जो लोग पहले संक्रमित हो चुके हैं, उनमें से 80 फीसदी लोग फिर से एक्सबीबी.1.5 वैरिएंट से संक्रमित हो सकते हैं। भले ही वो कोरोना से बचने का टीका लगवा चुके हों।

साउथ कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय के एक वायरोलॉजिस्ट पाउला केनन ने यूएसए टुडे को बताया कि, अमेरिका में अब सभी लोगों को कोरोना के एक्सबीबी वैरिएंट से खतरा है। चाहे वह कोरोना को लेकर अत्यधिक सावधान क्यों न हों?, जो लोग टीके पर जागरूक है या पहले ही कोविड-19 बीमारी के चपेट में आ चुके हैं, यह वैरिएंट सभी को अपनी चपेट में ले सकता है। 

नए वैरिएंट से लड़ना मुश्किल : केनन 

इस समय केनन एक्सबीबी.1.5 वैरिएंट से उबर रही हैं। उन्होंने आगे बताया कि,'यह एक अजीब तरह का संक्रामक वैरिएंट है।' केनन आगे बताती हैं कि वह इस वैरिेएंट की शिकार तब हुईं जब वह अपने मूल देश ब्रिटेन छुट्टियां मनाने गई थीं। इसके बाद केनन ने इस वैरिएंट के बारे में खुलासा करते हुए कहा कि, पिछले कुछ सालों से जिन चीजों से आप कोरोना के नए नए वैरिएंट से बचते आ रहे थे, वह सभी चीजें इस वैरिएंट के खिलाफ कारगर साबित नहीं होगी।

जानकारी के मुताबिक, यह वैरिएंट तेजी से लोगों को संक्रमित करता है। लेकिन अच्छी बात यह है कि इससे मरने वालों की संख्या अनुमान से काफी कम है। वायरोलॉजिस्ट पाउला केनन ने आगे कहा कि इसके लिए हमें टीकाकरण और पिछले साल के संक्रमण को धन्यावाद देना चाहिए। केनन ने लोगों को मास्क लगाने पर जोर देते हुए कहा कि बिना मास्क के हम इस नए वैरिएंट से नहीं जीत सकते हैं।   

अमेरिका में कोरोना से हालात

दिसंबर के महीने में यह नए वैरिएंट एक्सबीबी.1.5 अमेरिका में तेजी से फैलना शुरू हुआ था। रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्रों से मिले आंकड़ों के मुताबिक, अमेरिका में दिसंबर माह के पहले हफ्ते में इस वैरिएंट से संक्रमण का आंकड़ा केवल एक फीसदी था जो दिसंबर अंत तक 40 प्रतिशत हो गया। न्यूयॉर्क और न्यू इंग्लैंड में कोरोना की नई वेव इसी वैरिएंट के जरिेए आई है। कोरोना के लक्षण आमतौर पर पांच से सात दिनों में दिखने लगते है। जिसमें बुखार, गले में खराश, मांसपेशियों में दर्द, थकावट और खासी के जैसे लक्षण शामिल होते है।  

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