भारत के साथ मिलकर आतंकवाद को खत्म करना चाहता है इजरायल, बताया दुनिया के लिए कितना है खतरनाक 

आतंक पर प्रहार भारत के साथ मिलकर आतंकवाद को खत्म करना चाहता है इजरायल, बताया दुनिया के लिए कितना है खतरनाक 

Bhaskar Hindi
Update: 2023-04-19 03:41 GMT
भारत के साथ मिलकर आतंकवाद को खत्म करना चाहता है इजरायल, बताया दुनिया के लिए कितना है खतरनाक 

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। इजरायली इकॉनोमी मिनिस्टर निर बरकत भारत के दौरे पर आए हुए हैं। जी-20 की एक बैठक में शामिल होने के दौरान उन्होंने भारत की आतंकवाद के जीरो टॉलरेंस पर लिए गए स्टैंड की खूब सराहना की। निर बरकत ने कहा, भारत आतंक के खिलाफ हमेशा से मुखर रहा है। यह एक वैश्विक चुनौती है। बरकत ने कहा, भारत के साथ इजरायल मिलकर इस खतरे को जड़ से मिटाने के लिए काम करता रहेगा ताकि दोनों देशों के साथ दुनिया में शांति बनी रहे। 

निर बरकत ने कहा कि, आतंकवाद सिर्फ इजरायल की समस्या नहीं है। यह एक वैश्विक चुनौती है। हम इस मामले पर भारत के साथ मिलकर काम कर रहे हैं जिसका मकसद दुनिया में शांति बहाल करना है। इजरायली मिनिस्टर निर बरकत ने ईरान पर हमला बोलते हुए कहा कि, ईरान आतंकवादियों की सहायता से देश की सामान्य स्थिति को बिगड़ना चाहता है ताकि दुनिया के नक्शे से हमें मिटाया जा सके।

भारतीय निवशकों पर क्या कहा?

दरअसल, इजरायल के मिनिस्टर निर बरकत ने एएनआई को दिए गए एक खास इंटरव्यू में आतंकवाद के अलावा भारत के साथ अपने व्यापारिक रिश्ते पर भी बातचीत की है। उन्होंने कहा कि, यह एक फैक्ट है कि एक भारतीय कंपनी को इजरायल के दो बंदरगाहों में से एक का अधिग्रहण करने की अनुमति दे दी गई है। जिसका जीता जागता सबूत यह है कि हम भारतीय कंपनी और व्यापारियों पर भरोसा करते हैं। बरकत ने अपने इटंरव्यू के दौरान कहा कि, हमें भारत सरकार पर पूरा भरोसा है इसलिए मैं यानी इजरायल चाहता है कि और भी निवेशक इजरायल में आकर व्यापार करें, जिनका हम स्वागत करते हैं।

निवेश से दोनों देशों को फायदा- बरकत

निर बरकत ने कहा कि, यह निवेश इजरायल और भारत के लिए बेहद ही महत्वपूर्ण है। दोनों देशों को इससे फायदा होगा। इजरायली इकॉनोमी मिनिस्टर ने आगे कहा कि, हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि निवेश करने पर बेहतर परिणाम आए ताकि भारत से और ज्यादा निवेशक इजरायल के हाई-टेक स्टार्टअप और इंफ्रास्ट्रक्चर पर निवेश करने में अपना विश्वास जताए जो दोनों देशों के हित में होगा।

आपको बता दें कि, अडानी ग्रुप ने इजरायल के गैडोट समूह के साथ साझेदारी की है। जिसमें अडानी ग्रुप ने हाइफा पोर्ट कंपनी लिमिटेड के 100 फीसदी शेयर खरीद ली है। दरअसल, इजरायल का हाइफा पोर्ट शिपिंग कंटेनरों के मामले में देश का दूसरा सबसे बड़ा पोर्ट है। जिस पर अब अडानी ग्रुप का अधिग्रहण है।


 

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