अचानक आई बाढ़ से बलूचिस्तान में खाद्य संकट
बलूचिस्तान अचानक आई बाढ़ से बलूचिस्तान में खाद्य संकट
- आपदा
डिजिटल डेस्क, इस्लामाबाद। पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में बारिश ने लोगों के लिए मुश्किलें बढ़ा दी हैं, जिससे उनके पास भोजन कम या नहीं के बराबर रह गया है, क्योंकि अचानक आई बाढ़ से कराची और क्वेटा के बीच यातायात बाधित हो गया है। मीडिया ने बुधवार को यह जानकारी दी।
जियो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, प्रांतीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (पीडीएमए) ने कहा है कि प्रांत के पूर्वोत्तर और मध्य क्षेत्रों में बाढ़ और बढ़ सकती है।
शिविरों में रह रहे बाढ़ पीड़ितों को कोई सुविधा नहीं मिलने के कारण वे अपने जर्जर घरों को लौट गए हैं। बलूचिस्तान को पंजाब से जोड़ने वाले राजमार्ग को यातायात के लिए फिर से खोल दिया गया है।
फोर्ट मुनरो में खाद्य पदार्थों और छोटे वाहनों से लदे 2,000 से अधिक ट्रक पूरे एक हफ्ते तक फंसे रहे, जिससे सब्जियां और फल खराब हो गए। जियो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, बलूचिस्तान में स्थिति के कारण खाद्य संकट पैदा हो गया है।
फोर्ट मुनरो में लगातार आठवें दिन बलूचिस्तान और पंजाब के बीच यातायात ठप है। पीडीएमए ने कहा कि भारी मशीनरी की मदद से सड़क को साफ करने का प्रयास किया जा रहा है। इस बीच, बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा के बीच अंतर-प्रांतीय यातायात भी आठवें दिन धना सर में निलंबित है।
पाकिस्तान में जारी बाढ़ से अब तक सैकड़ों लोगों की जान जा चुकी है। जियो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, बलूचिस्तान में बारिश के विनाशकारी प्रभाव के कारण, प्रांत में मरने वालों की संख्या 230 तक पहुंच गई है, मंगलवार को कम से कम पांच लोगों की जान चली गई।
मरने वालों में 110 पुरुष, 55 महिलाएं और 65 बच्चे शामिल हैं। सिंध के लरकाना जिले में, 200 से अधिक घर तबाह हो गए हैं और बाढ़ ने तीन दिनों के अंतराल में 22 लोगों की जान ले ली है। सूबे के सभी शैक्षणिक संस्थानों को 27 अगस्त तक के लिए बंद कर दिया गया है।
आईएएनएस
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