Covid-19 : भारत में एक हजार रुपए के आसपास होगी ऑक्सफोर्ड की कोरोना वैक्सीन की कीमत
Covid-19 : भारत में एक हजार रुपए के आसपास होगी ऑक्सफोर्ड की कोरोना वैक्सीन की कीमत
- कोविशील्ड के नाम से आएगी कोरोना वैक्सीन
- भारत में ही रहेंगे टीके के 50% डोज
- मुफ्त टीके लगवा सकती है सरकार
डिजिटल डेस्क, लंदन। पूरी दुनिया इस समय कोरोना वायरस महामारी से जूझ रही है। दुनियाभर में अब तक करीब डेढ़ करोड़ लोग संक्रमित हो चुके हैं, जबकि 6 लाख से ज्यादा लोग संक्रमण के कारण अपनी जांच गंवा चुके हैं। ऐसे में हर किसी की नजर दुनियाभर में कोरोना की वैक्सीन बनाने में जुटे रिसर्च सेंटर्स पर टिकी हुई है। वहीं ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से अच्छी खबर सामने आई है। यहां इस वैक्सीन पर ह्यूमन ट्रायल चल रहा है और ट्रायल में बेहतर रिजल्ट सामने आए हैं। यदि वैक्सीन कारगर साबित होती है तो भारत में भी ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की इस वैक्सीन का प्रोडक्शन किया जाएगा।
टीवी टुडे नेटवर्क की रिपोर्ट के अनुसार ऑक्सफोर्ड वैक्सीन ग्रुप के डायरेक्टर एंड्रयू जे पोलार्ड और पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के सीईओ अदार पूनावाला ने बातचीत में बताया कि एंटीबॉडी रेस्पॉन्स से पता चलता है कि ये वैक्सीन काफी कारगर है। उन्होंने कहा ट्रायल में सफलता नजर आने के बावजूद अब हमें इसके प्रूफ की जरूरत है कि ये वैक्सीन कोरोना वायरस से बचा सकती है। पोलार्ड ने बताया अब इस वैक्सीन का ट्रायल अलग-अलग लोगों पर किया जाएगा और आकलन किया जाएगा कि दूसरे लोगों पर इसका कैसा असर दिखाई देता है।
कोविशील्ड के नाम से आएगी कोरोना वैक्सीन
ऑक्सफर्ड यूनिवर्सिटी और दवा निर्माता कंपनी एस्ट्राजेनेका के संयुक्त प्रयास से विकसित की जा रही कोविड-19 वैक्सीन को कोविशील्ड (Covishield) नाम दिया गया है। अगर इसका इंसानों पर आखिरी परीक्षण भी सफल रहा तो इसे जल्द-से-जल्द बाजार में उतारने का प्रयास होगा ताकि दुनियाभर में इसकी डोज पहुंचाई जा सके।
भारत में ही रहेंगे टीके के 50% डोज
सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया के सीईओ अदार पूनावाला ने कहा कि उनकी कंपनी में ऑक्सफर्ड की कोरोना वैक्सीन को बड़े पैमाने पर तैयार करने की तैयारी है। उन्होंने कहा कि इस साल दिसंबर तक कोविशील्ड की 30 से 40 करोड़ डोज तैयार कर ली जाएगी। उन्होंने कहा कि कंपनी इसी हफ्ते भारतीय दवा नियामक के पास कोविशील्ड के लिए लाइसेंस का आवेदन देगी। उन्होंने कहा कि कंपनी अपने यहां तैयार 50% वैक्सीन सिर्फ भारत के लिए रखेगी, आधी ही दुनिया के अन्य देशों को दी जाएगी।
मुफ्त टीके लगवा सकती है सरकार
भारत सरकार ने पोलियो, मलेरिया जैसी बीमारियों को जड़ से खत्म करने के लिए सघन टीका अभियान चलाया। यही कारण है कि आज भारत इन बीमारियों से लगभग मुक्त हो चुका है। कोविड-19 महामारी की चुनौती से इन बीमारियों के मुकाबले कहीं बड़ी और ज्यादा कड़ी है। ऐसे में पूरी संभावना है कि सरकार कोविड-19 टीकाकरण अभियान भी चलाए। इस अभियान में लोगों को मुफ्त में या फिर मामूली कीमत पर टीका लगाए जाने की नीति तय हो सकती है।
पूरी दुनिया में पहुंचाया जाएगा टीका
पूनावाला ने कहा कि पूरी दुनिया को कोविड-19 टीके की जरूरत है। सरकारें और संस्थान जल्द-से-जल्द कोरोना वैक्सीन के बाजार में उपलब्ध होने का इंतजार कर रही है। यह तभी संभव हो पाएगा जब सरकारी मशीनरी का भरपूर साथ मिले। उन्होंने कहा कि प्रॉडक्शन और डिस्ट्रिब्यूशन, दोनों काम में सरकारी तंत्र के सहयोग की दरकार होगी।