अफगानिस्तान में खत्म हुआ 20 सालों से चल रहा अमेरिका का युद्ध, आधी रात में सैनिकों ने छोड़ा काबुल एयरपोर्ट, तालिबान ने जश्न में की हवाई फायरिंग
अब तालिबानी शासन अफगानिस्तान में खत्म हुआ 20 सालों से चल रहा अमेरिका का युद्ध, आधी रात में सैनिकों ने छोड़ा काबुल एयरपोर्ट, तालिबान ने जश्न में की हवाई फायरिंग
- जश्न में तालिबान ने की हवाई फायरिंग
- अफगानिस्तान में खत्म हुआ अमेरिका का युद्ध
- सैनिकों ने आधी रात को छोड़ा काबुल एयरपोर्ट
डिजिटल डेस्क, काबुल। अफगानिस्तान में अमेरिका का 20 सालों तक चल लंबा युद्ध अब खत्म हो गया है। अमेरिकी सेना ने अफगानिस्तान छोड़ दिया है। अमेरिका-तालिबान के बीच हुए समझौते के मुताबिक 31 अगस्त 2021 से पहले यूए आर्मी को अमेरिका छोड़ना था। पिछली रात को इससे पहले कि 12 बजते और तारीख बदलकर 31 अगस्त 2021 हो जाती, काबुल एयरपोर्ट से आखिरी अमेरिकी विमानों ने उड़ान भर ली और इसी के साथ अमेरिका ने 24 घंटे पहले ही अफगानिस्तान छोड़ दिया। अब अफगानिस्तान में तालिबान का शासन है। अमेरिकी सेना की वापसी के साथ ही तालिबान लड़ाकों ने जमकर फायरिंग की। यूएस आर्मी के मेजर जनरल क्रिस डोनह्यू अफगानिस्तान छोड़ने वाले आखिरी सैनिक बने।
तालिबान के कब्जे में काबुल एयरपोर्ट
अमेरिका के चार सैन्य परिवहन विमानों सी-17 ने काबुल एयरपोर्ट से उड़ान भरी वैसे ही तालिबानी लड़ाकों ने हवाई फायरिंग की। अब काबुल एयरपोर्ट पर तालिबान का कब्जा हो चुका है। काबुल एयरपोर्ट पर हुई फायरिंग को लेकर तालिबान के प्रवक्ता अमानुल्ला वासिक ने ट्विटर पर बताया, "काबुल के लोगों डरो मत, ये गोलियां हवा में दागी जा रही हैं। मुजाहिदीन आजादी का जश्न मना रहे हैं।
अफगानिस्तान में अमेरिका का सफर
अमेरिका ने अफगानिस्तान की धरती पर रहकर 20 सालों तक तालिबान से लड़ाई लड़ी। हजारों सैनिक मारे गए। अफगानी लोगों की जानें गई। लेकिन, आज तक अफगानिस्तान की समस्या का समाधान नहीं हो सका। साल 2001 में 11 सितंबर को न्यूयॉर्क के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर दो हवाई जहाजों से हमला हुआ। लगभग 4000 अमेरिकी मारे गए और हजारों घायल हुए। अमेरिका को इस हमले से भारी नुकसान हुआ।अमेरिकी राष्ट्रपति जॉर्ज बुश ने इस हमले के लिए तालिबानी आतंकी मुल्ला उमर और अल कायदा के सरगना ओसामा बिन लादेन को जिम्मेदार ठहराया। 7 अक्टूबर 2001 को बुश ने तालिबान के ठिकानों पर एयरस्ट्राइक की घोषणा कर दी।
अमेरिका ने अपने दुश्मनों आतंकी मुल्ला उमर और ओसामा बिन लादेन का खात्मा कर दिया है। 31 अगस्त 2021 अमेरिका ने अफगानिस्तान छोड़ दिया। लेकिन, अफगानिस्तान आज उसी मोड़ पर है जैसा साल 2000 में था। मलबों में भविष्य तलाशता, बारूदों से बर्बाद हुए शवों को उठाता, जख्मों से रिसते हुए लहू को देखता, काबुल-कंधार और गजनी में AK-47 के साथ खेलते बच्चों को त्रासदीपूर्वक देखता। सबसे बड़ा सवाल ये है कि इस युद्ध से अफगानी लोगों को क्या हासिल हुआ।
अमेरिकी सेना के काबुल एयरपोर्ट छोड़ने के बाद