भारत ने नागरिकों से युद्धग्रस्त देश छोड़ने की अपील की, एमईए ने जारी की एडवाइजरी

अफगानिस्तान के बिगड़ रहे हालात भारत ने नागरिकों से युद्धग्रस्त देश छोड़ने की अपील की, एमईए ने जारी की एडवाइजरी

Bhaskar Hindi
Update: 2021-08-10 11:31 GMT
भारत ने नागरिकों से युद्धग्रस्त देश छोड़ने की अपील की, एमईए ने जारी की एडवाइजरी
हाईलाइट
  • अफगानिस्तान में तालिबान की हिंसा से बिगड़ती स्थिति
  • भारत ने अपने नागरिकों को मजार-ए-शरीफ से निकालना शुरू किया
  • मजार-ए-शरीफ में भारतीय वाणिज्य दूतावास ने इसे लेकर एक ट्वीट किया

डिजिटल डेस्क, काबुल। अफगानिस्तान में तालिबान की हिंसा से बिगड़ती स्थिति को देखते हुए भारत ने अपने नागरिकों को मजार-ए-शरीफ से निकालना शुरू कर दिया है। मंगलवार को काबुल में भारतीय दूतावास ने अफगानिस्तान में भारतीयों के लिए सिक्योरिटी एडवाइजरी की एक लिस्ट शेयर की। एडवाइजरी में कहा गया है कि अफगानिस्तान में रहने वाले भारतीयों को देश के विभिन्न हिस्सों से कमर्शियल फ्लाइट्स की उपलब्धता के बारे में खुद को अपडेट रखना चाहिए और भारत लौटने के लिए तत्काल ट्रैवल अरेंजमेंट करना चाहिए।

इसके अलावा, एडवाइजरी में अफगानिस्तान में काम कर रही भारतीय कंपनियों को एयर ट्रैवल बंद होने से पहले अपने कर्मचारियों को प्रोजेक्ट साइट से तुरंत वापस बुलाने के लिए कहा गया है। एडवाइजरी में आगे कहा गया है कि अफगान कंपनियों या अफगानिस्तान में स्थित अन्य विदेशी कंपनियों के लिए काम करने वाले भारतीयों को तुरंत अपने एम्प्लॉयर्स से भारत लौटने की सुविधा के लिए अनुरोध करना चाहिए।

अफगानिस्तान पहुंचने वाले पत्रकारों और भारतीय मीडिया के अन्य सदस्यों को व्यक्तिगत ब्रीफिंग के लिए भारतीय दूतावास के सार्वजनिक मामलों और सुरक्षा विंग के साथ संपर्क स्थापित करने की सलाह दी गई है। इसके अलावा, अफगानिस्तान में सभी भारतीयों को तुरंत दूतावास में अपना रजिस्ट्रेशन कराने को कहा गया है।

 

 

इससे पहले मजार-ए-शरीफ में भारतीय वाणिज्य दूतावास ने एक ट्वीट किया था और वहां और आस-पास मौजूद अपने नागरिकों से तुरंत देश छोड़ने के लिए कहा था। मजार-ए-शरीफ अफगानिस्तान का चौथा सबसे बड़ा शहर है।

भारतीय वाणिज्य दूतावास ने अपने ट्वीट में कहा था, एक स्पेशल फ्लाइट मजार-ए-शरीफ से नई दिल्ली के लिए रवाना हो रही है। मजार-ए-शरीफ और उसके आसपास के सभी भारतीय नागरिकों से अनुरोध है कि वे आज देर शाम प्रस्थान करने वाली विशेष उड़ान में भारत के लिए रवाना हों। घोषणा में ये भी कहा गया था कि स्पेशल फ्लाइट से जाने के इच्छुक भारतीय नागरिकों को तुरंत अपना पूरा नाम, पासपोर्ट नंबर, एक्सपाइरी की तारीख दिए गए नंबर 0785891303, 0785891301 पर व्हाट्सएप करे।

पिछले महीने, भारत ने कंधार में अपने वाणिज्य दूतावास में तैनात लगभग 50 भारतीय राजनयिकों और सुरक्षा अधिकारियों को निकाला था। भारतीय वायु सेना का एक विशेष विमान भारतीय राजनयिकों, अधिकारियों और भारत-तिब्बत सीमा पुलिस कर्मियों के एक समूह सहित अन्य स्टाफ सदस्यों को वापस लाने के लिए भेजा गया था। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक फिलहाल करीब 1500 भारतीय अफगानिस्तान में रह रहे हैं।

पिछले हफ्ते विदेश मंत्रालय ने लोकसभा में कहा था कि भारत सतर्क है और संघर्षग्रस्त देश में भारतीयों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक उपाय कर रहा है। इससे पहले, भारतीय फोटो जर्नलिस्ट दानिश सिद्दीकी कंधार शहर के स्पिन बोल्डक जिले में अफगान सुरक्षा बलों और तालिबान लड़ाकों के बीच संघर्ष को कवर करते हुए मारे गए थे।

भारतीय दूतावास ने तब अफगानिस्तान में आने, रहने और काम करने वाले अपने नागरिकों को अपनी सुरक्षा के संबंध में अत्यधिक सावधानी बरतने और देश के विभिन्न हिस्सों में हिंसा की बढ़ती घटनाओं के मद्देनजर सभी प्रकार की गैर-जरूरी यात्रा से बचने के लिए कहा था।

जब से अमेरिका ने 1 मई को देश से अपने सैनिकों को वापस बुलाना शुरू किया, तालिबान हिंसा का सहारा लेकर पूरे अफगानिस्तान में तेजी से आगे बढ़ रहा है। अमेरिका पहले ही अपने अधिकांश बलों को वापस बुला चुका है और 31 अगस्त तक ड्रॉडाउन को पूरा करना चाहता है।

न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने बताया था कि मजार-ए-शरीफ और राष्ट्रीय राजधानी काबुल के बीच मुख्य सड़क पर समांगन प्रांत की राजधानी ऐबक शहर में तालिबान लड़ाके अपनी पकड़ मजबूत कर रहे हैं। सरकारी इमारतों में घुसकर कब्जा कर रहे हैं।

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