पिछले छह वर्षों में आतंकवादी घटनाओं में 56 प्रतिशत इजाफा

पाकिस्तान पिछले छह वर्षों में आतंकवादी घटनाओं में 56 प्रतिशत इजाफा

Bhaskar Hindi
Update: 2022-01-01 10:01 GMT
पिछले छह वर्षों में आतंकवादी घटनाओं में 56 प्रतिशत इजाफा
हाईलाइट
  • 2021 में 294 आतंकवादी हमले
  • 388 लोगों की मौत

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पाकिस्तान में पिछले छह वर्षों में आतंकवादी घटनाओं में लगातार कमी के बाद वर्ष 2021 में आतंकवादी हमलों में 56 प्रतिशत का इजाफा दर्ज किया गया है। सबसे दिलचस्प बात यह भी है कि आतंकवादी संगठन टीटीपी ने एक माह का संघर्ष विराम घोषित कर रखा है।

इस्लामाबाद स्थित थिंकटैंक पाकिस्तान इंस्टीट्यूट फॉर कॉन्फ्लिक्ट एंड सिक्योरिटी स्टडीज (पीआईसीएसएस) की रिपोर्ट में कहा गया है कि 2021 में आतंकवादियों ने 294 हमले किए और इनमें 388 लोगों की मौत हुई तथा 606 लोग घायल हुए थे।

इस रिपोर्ट में कहा गया है कि इस वर्ष देश में आतंकवादी हमलों की तीव्रता, उनकी व्यापकता और घातकता में तेजी आई है और इस वर्ष ऐसे जानलेवा हमलों में 46 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई है। इनमें 388 लोगों की मौत हुई थी तथा इनमें से 184 पाकिस्तानी नागरिक थे। इन हमलों में मारे गए अन्य 192 लोगों में सुरक्षाकर्मी शामिल थे और पिछले वर्ष की तुलना में सुरक्षा बलों पर हमलों की घटनाओं में 66 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इस तरह के हमलों में 2021 में 600 से अधिक लोग घायल हुए थे जिनमें 389 नागरिक और 217 सुरक्षाकर्मी शामिल हैं।

पाकिस्तान में आतंकवादी हमलों में बढ़ोत्तरी अफगानिस्तान में तालिबान के खिलाफ सेना की कार्रवाई के साथ हुई और इसकी शुरूआत मई में हुई थी तथा यह अगस्त में अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद चरम सीमा पर पहुंच गया था। अगस्त में आतंकवादी हमलों की 45 घटनाएं दर्ज की गई थी जो एक माह में अब तक सबसे अधिक थी। आतंकवादी संगठन टीटीपी ने दस नवंबर से दस दिसंबर तक एक माह की अवधि संघर्षविराम की घोषणा की थी और इस महीने भी आतंकवादी हमलों में कोई कमीं नहीं देखी गई थी।

रिपोर्ट में कहा गया है कि वर्ष 2020 में पाकिस्तान में औसतन आतंकवादी हमलों की घटनाएं प्रतिमाह 16 दर्ज की गई थी लेकिन 2021 में इनकी संख्या बढ़कर 25 तक हो गई जो वर्ष 2017 के बाद सर्वाधिक आंकड़ा है। फ्राइडे टाइम्स ने कहा कि वर्ष 2018 तक आतंकवादी हमले उतने जानलेवा नहीं थे जितने बाद में देखे गए और 2020 में 188 आतंकवादी हमले हुए जिनमें 266 लोगों की मौत हो गई थह और 595 लोग घायल हुए थे।

इस वर्ष ब्लूूचिस्तान सबसे अधिक अशांत प्रांत रहा जहां 103 आतंकवादी हमलों में सबसे अधिक 170 लोगों की मौत हुई थी । इस दौरान सबसे अधिक लोग घायल हुए थे और 50 प्रतिशत लोग ऐसे थे जो आतंकवादियों की गोलियों का निशाना बनाए गए थे। ऐस लोगों की संख्या 331 दर्ज की गई थी।

 

(आईएएनएस)

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