India-US Relations: क्या अमेरिका भी करेगा भारतीय राजनायिकों को निष्कासित? कनाडा से जारी तनाव के बीच भारत की बढ़ी टेंशन
- कनाडा और भारत के बीच जारी है तनाव
- अमेरिका से भारतीय राजनायिकों के निष्कासन की चर्चा
- जानें दावों पर अमेरिकी विदेश विभाग की प्रतिक्रिया
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कनाडा और भारत के बीच खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या मामले को लेकर रिश्तों में खट्टास बरकरार है। हाल ही में दोनों देशों ने एक दूसरे के राजनयिकों को निष्कासित किया है। इस बीच अब अमेरिका के फैसले से भारत की मुश्किलें खड़ी हो सकती है। दरअसल, मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, चर्चां है कि कनाडा के बाद अब अमेरिका भी अपने देश से भारतीय राजनयिकों को निष्कासित करने की तैयारी कर रहा है।
भारतीय राजनायिकों के निष्कासन मुद्दे का किया जिक्र
हालांकि, इस बारे में अमेरिका विदेश विभाग की ओर से बयान दिया गया है। जिसमें विदेश विभाग ने भारतीय राजनायिकों के निष्कासन के दावों को सिरे से खारिज किया है। विदेश विभाग का कहना है कि भारत और कनाडा में जारी तनाव के बीच वॉशिंगटन द्वारा भारतीय राजनयिकों को निष्कासन वाली बात गलत है। इसके अलावा अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में जिक्र किया है। उन्होंने कहा कि भारतीय राजनायिकों को निष्कासित करने वाले दावे की उन्हें कोई जानकारी नहीं है।
मीडिया से बातचीत के दौरान मैथ्यू मिलर ने कहा, "मैं इस रिपोर्ट से परिचित नहीं हूं कि हमने भारतीय राजनयिकों को निष्कासित कर दिया है। मुझे किसी निष्कासन की जानकारी नहीं है।" बता दें, अक्टूबर की शुरुआत में कनाडा सरकार की ओर से खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या की जांच मामले में भारतीय राजनायिक को 'पर्सन ऑफ इंटरेस्ट' बताया गया था। इसके बाद भारत सरकार ने कनाडा से 6 राजनयिकों को वापस आने का निर्देश दिया था।
गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या के प्रयास मामले में कही ये बात
इस बीच आंतकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या करने के प्रयास में भारत सरकार के पूर्व कर्मचारी विकास यादव की संलिप्ता पर अमेरिका का रिएक्शन सामने आया है। इस दौरान अमेरिका ने यादव के संभावित प्रत्यर्पण के सवाल पर कहा कि प्रत्यर्पण का मामला अमेरिकी न्याय विभाग के विशेषाधिकार के अंतर्गत आता है। अमेरिका का कहा है कि फिलहाल वह इस मुद्दे पर भारत सरकार के साथ चर्चा कर रहा है।
अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता ने बताया कि भारत सरकार की ओर से जांच की स्थिति के संबंध में अधिकारियों को सूचित करने के लिए दो सप्ताह पहले अमेरिका में एक प्रतिनिधिमंडल रवाना किया था। विदेश प्रवक्ता ने कहा कि अमेरिकी ने भारतीय समकक्षों को साफ कर दिया है कि इस मामले में वास्तविक जवाबदेही होगी।