वर्ल्ड ब्लड डोनर डे: रक्तदान से आप बचा सकते हैं किसी की अनमोल जिंदगी
वर्ल्ड ब्लड डोनर डे: रक्तदान से आप बचा सकते हैं किसी की अनमोल जिंदगी
डिजिटल डेस्क। वर्ल्ड ब्लड डोनर डे (विश्व रक्तदाता दिवस) हर वर्ष 14 जून को मनाया जाता है, विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा इस दिन को रक्तदाता दिवस के रूप मे घोषित किया गया है। वर्ष 2004 में स्थापित इस कार्यक्रम का उद्देश्य रक्त की आवश्यकता के बारे में जागरूकता बढ़ाना और रक्तदाताओं को प्रोत्साहित करते हुए आभार व्यक्त करना है।
वर्ष 2004 में अंतरराष्ट्रीय रेड क्रॉस संघ तथा रेड क्रिसेंट समाज” के द्वारा 14 जून को हर साल विश्व रक्तदाता दिवस मनाने का संकल्प लिया गया। 58वें विश्व स्वास्थ्य सम्मेलन में 2005 में मई महीने में इसके 192 सदस्य राज्यों के साथ डबल्यूएचओ के द्वारा विश्व रक्त दाता दिवस की आधिकारिक रुप से स्थापना की गई थी।
विश्व रक्तदाता दिवस 2019 की थीम Safe Blood For All है। यानी सभी के लिए सुरक्षित खून की व्यवस्था करना। यह रक्तदान की सुरक्षित सार्वभौमिक पहुंच को सुनिश्चित करता है। इस थीम का उद्देश्य उन लोगों को रक्तदान के लिए प्रोत्साहित करना है जो अब तक इस रक्तदान के अभियान के साथ जुड़ नहीं पाए हैं।
रक्तदान से आप बचा सकते हैं किसी जिंदगी
- 18 से 65 साल की उम्र के लोग, जिनका वजन 50 किलोग्राम या उससे अधिक हो, साल में तीन बार रक्तदान कर सकते हैं
- ब्लड डोनेट करके आप दूसरों का जीवन बचा सकते हैं और इसलिए ही कहा जाता है रक्तदान महादान। रक्तदान से आप वैश्विक स्वास्थ्य में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे सकते हैं।
- हमारे शरीर के कुल वजन 7 प्रतिशत भाग रक्त का होता है।
- आंकडों के मुताबिक 25 प्रतिशत लोगों को अपने जीवन में अतिरिक्त रक्त की आवश्कता पड़ती है।
- डॉक्टर्स की मानें तो ब्लड डोनेशन से खून पतला होता है जो हार्ट के लिए अच्छा होता है। इससे हार्ट अटैक की आशंका भी कम हो जाती है।
- ब्लड डोनेट करने के बाद बोनमैरो नए रेड सेल्स बनाता है। इससे शरीर को नए ब्लड सेल्स मिलने के अलावा तंदुरुस्ती भी मिलती है।
- ब्लड डोनेशन के 21 दिन बाद फिर से शरीर में खून बन जाता है।
- ब्लड डोनेट करने के कुछ घंटे पहले व कुछ घंटे बाद तक धूम्रपान नहीं करना चाहिए
- ब्लड डोनेट करने के 24 से 48 घंटे पहले ड्रिंक नहीं करना चाहिए।