100 साल से ज्यादा जीते हैं इस देश के लोग, आप भी जानें इसकी वजह?
100 साल से ज्यादा जीते हैं इस देश के लोग, आप भी जानें इसकी वजह?
डिजिटल डेस्क, मुम्बई। खुद को री-इनवेंट करने और भविष्य के लिए तैयार करने की जापानी जीवन संस्कृति इकिगाई है। यह एक जीवन मंत्र है, जिसे परिवार के बुजुर्ग हर बच्चे को सिखाते हैं। सरल शब्दों में कहें तो इकिगाई का मतलब है- सुबह उठने का कारण। यानी हर सुबह हर व्यक्ति के सामने चार बातें साफ होनी चाहिए- अपनी पसंद, अपना सबसे बड़ा गुण, अपनी जिम्मेदारियां और अपना काम। ये चार चीजें जीवन का लक्ष्य और उद्देश्य स्पष्ट कर देती हैं। यानी आप अपने लिए हर दिन एक नया लक्ष्य तय करते हैं और उसे हासिल करके ही मानते हैं। अगले दिन आपके सामने फिर एक नई ऊंचाई और उसे हासिल करने की संतुष्टि होती है। जीवन में सफलता का यह चक्र आपको ताउम्र युवा और तरोताजा रखता है।
हर सुबह खुद से चार सवाल पूछकर आप भी अपनी इकिगाई यानी हर सुबह उठने की वजह जान सकते हैं। इन सवालों के जवाब जीवन में सफलता या असफलता दोनों की वजहें आपके सामने ले आएंगे। इससे आपको खुद को री-इनवेंट करने में सहूलियत मिलेगी...
इन चार सवालों के जवाब से जीवन को मिलता है उद्देश्य, उत्साह और खुशी भी
मुझे क्या पसंद है?
यह सवाल आपसे कहता है कि अपनी पसंद काे पहचानो और उसके अनुसार काम करो। उदाहरण के लिए किसी को खुद से सवाल करने पर जवाब मिले कि मुझे खेलना पसंद है, तो कोशिश करें कि रोज खेल को कुछ वक्त जरूर दें। क्योंकि शौक आपको उत्साह, खुशियों से भर देता है।
मैं अच्छा किस काम में हूं?
इसका जवाब देकर आप अपनी ताकत जान सकते हैं। इसी मुताबिक आपको पेशा चुनना चाहिए। अगर पेशा अपनी खूबी अनुसार नहीं है तो आप काम तो कर लेंगे, लेकिन हो सकता है खालीपन का अहसास बना रहे। क्योेंकि पेशा आपको पहचान और तरक्की देता है।
अपने पेशे में मैं कितना दक्ष हूं?
यह सवाल बताता है कि कार्यक्षेत्र के लिए कौन सी विशेषज्ञता हासिल करनी है। इसी दक्षता के आधार पर आपकी आय बढ़ती है। बिना दक्षता के आप काम तो कर लेंगे, लेकिन कॅरिअर में अिनश्चितता बनी रहेगी। क्योंकि दक्षता सफलता, समृद्धि और संतुष्टि देती है।
मुझसे लाेगों की अपेक्षाएं क्या हैं?
यह सवाल परिवार, समाज और संपूर्ण परिवेश के प्रति जिम्मेदारियों का अहसास कराता है। यह जीवन का उद्देश्य देता हैै, जिसके बिना आप सुविधाओं का लाभ तो ले सकते हैं, लेकिन सुख और शांति मिलना मुश्किल है। क्योंकि उद्देश्य आपको जीवन में संपूर्णता देता है।
खुद को री-इनवेंट कैसे करें, ये जानने 6 लाख लोग हर साल ओकिनावा आते हैं
ओकिनावा में 90% लोग 100 साल से अधिक उम्र के
इकिगाई से जापानी लोग सबसे लंबा और खुशहाल जीवन जीते हैं। जैसे ओकिनावा में 90% लोग 100 साल से अधिक उम्र के हैं। ओकिनावा में बुजुर्ग बच्चों को सिखाते हैं कि रोज सुबह उठकर आपको अपनी इकिगाई के अनुसार काम करना है। ओकिनावा की यही संस्कृति देखने हर साल 6 लाख लोग यहां आते हैं। यहां के लोगों को कैंसर, हार्ट अटैक, डायबिटीज जैसी बीमारियां न के बराबर होती हैं। यहां के लोग बुढ़ापे तक बागवानी करते हैं। माना गया है कि शारीरिक श्रम के साथ बाहर घूमने-फिरने का रिश्ता लंबी उम्र से है।