सेहत: ज्यादा शक्कर खाने से शरीर के इन अंगों को पहुंचता है नुकसान, होती है कई गंभीर बिमारियां
सेहत: ज्यादा शक्कर खाने से शरीर के इन अंगों को पहुंचता है नुकसान, होती है कई गंभीर बिमारियां
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। जिस तरह जीवन में मिठास जरूरी है, उसी तरह शरीर के लिए शक्कर या चीनी जरूरी भी है, लेकिन शक्कर को एक लिमिट तक ही लिया जाए तो ठीक माना जाता है। जरूरत से ज्यादा चीनी का सेवन करने से हमारे शरीर नुकसानदायक होता है। आजकल कम उम्र में डायबिटीज, मोटापा, कोलेस्ट्रॉल बढ़ने जैसी समस्याएं होना सामान्य बात हो गई है। इसका एक कारण बहुत हद तक बहुत मात्रा में चीनी का अधिक उपभोग भी है, जिसका पता नहीं चलता और अनजाने में हम अपने स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करते जाते हैं।
शक्कर दो प्रकार की होती है ग्लूकोज और फ्रुक्टोस। चीनी फ्रुक्टोस का रूप होती है। ज्यादा शक्कर से सिर्फ वजन ही नहीं बढ़ता, बल्कि डायबिटीज और अन्य तरह की बीमारियां शुरू हो जाती है। दरअसल, शक्कर में सिर्फ कैलोरी होती है और इसमें प्रोटीन, विटामिन या खनिज आदि नहीं होते हैं। ज्यादा शक्कर खाने से पोषक तत्वों की कमी भी हो जाती है। आईए हम आपको बताते हैं ज्यादा शक्कर खाने से क्या-क्या नुकसान होते हैं और शरीर के किन अंगों को नुकसान पहुंचता है...
कैंसर का खतरा
वैज्ञानिकों का मानना है कि अधिक चीनी के उपयोग से इंसुलिन पर पड़ने वाला हानिकारक प्रभाव कैंसर का कारण बन सकता है। वहीं, अधिक चीनी से शरीर में सूजन आती है जो कैंसर का एक बड़ा कारण होता है। कई सारी रिसर्च में साबित हो चुका है कि अधिक चीनी लेने वाले लोगों को कैंसर होने का अधिक खतरा होता है।
ब्लडप्रेशर और गठिया जैसी परेशानी
ज्यादा चीनी वाले खाद्य पदार्थ हमारे खून में यूरिक एसिड बढ़ाते हैं। इस कारण ब्लडप्रेशर और गठिया जैसी परेशानी हो सकती है। वहीं, चीनी की अधिक मात्रा लेने से शरीर का वजन और भूख नियंत्रित करने वाला सिस्टम भी खराब हो सकता है।
मस्तिष्क पर बुरा प्रभाव
शक्कर ग्लूकोज के रूप में तो ठीक है, लेकिन फ्रुक्टोस से दिक्कत है। इससे शरीर, दिमाग और हार्मोन पर अलग प्रभाव पड़ता है। आपको जानकर आश्चर्य हो सकता है कि नशीली चीजों की तरह चीनी भी दिमाग में डोपामाइन नामक हार्मोन का स्राव बढ़ा सकती है। इससे चीनी की लत लग सकती है, जो कि हानिकारक है।
मोटापा और डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है
इंसुलिन हमारे शरीर का महत्वपूर्ण हार्मोन है, लेकिन अधिक चीनी लेने से इंसुलिन रेजिस्टेंस बढ़ता है। इस कारण मोटापा और डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है। खून में ज्यादा शक्कर होने से कोशिका में इंसुलिन का प्रतिरोध शुरू हो जाता है। लगातार ऐसा होने से पैंक्रियास का पूर्ण क्षमता से इन्सुलिन बनाना भी कम पड़ जाता है। शुगर ज्यादा बढ़ जाती है तो अस्पताल पहुंचा देती है।
लीवर के लिए नुकसानदायक
कम मात्रा में शक्कर लेने पर हमारा लीवर उसे ग्लाइकोजेन में बदलकर जमा कर लेता है, ताकि जरुरत पड़ने पर काम आ सके। वहीं, ज्यादा फ्रुक्टोस लेने पर लीवर को इसे फैट में बदलना पड़ता है, जिससे लीवर पर अधिक लोड पड़ता है। अधिक फ्रुक्टोस फैट में तब्दील होता है तो इसकी कुछ मात्रा खून में भी चली जाती है, जोकि हृदय रोग का कारण बन सकती है। वहीं कुछ मात्रा लिवर में ही जमा होने पर फैटी लिवर जैसी बीमारी का कारण बनती है।