Corona Effect: स्टडी में खुलासा, दिमाग तक जाने वाली ऑक्सीजन को रोक देता है कोरोना
Corona Effect: स्टडी में खुलासा, दिमाग तक जाने वाली ऑक्सीजन को रोक देता है कोरोना
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि कोरोना वायरस से पूरे नर्वस सिस्टम को खतरा है। एक स्टडी के मुताबिक अस्पताल में भर्ती करीब 50 फीसदी कोरोना मरीजों को सिरदर्द, चक्कर, आना, सूंघने और स्वाद का अनुभव नहीं होना, स्ट्रोक, कमजोरी और मांसपेशियों में दर्द जैसे लक्षणों का सामना करना पड़ रहा है।
स्टडी में बताया गया कि संक्रमित के दिमाग में ऑक्सीजन की कमी हो सकती है या खून का थक्का जम सकता है। इससे स्ट्रोक का खतरा है। यही नहीं स्टडी में बताया गया कि वायरस दिमाग को संक्रमित कर सकता है। यह नर्वस सिस्टम के कई टिश्यू को खत्म कर सकता है। इससे दिमाग में सूजन हो सकती है या फिर दिमाग और नसों को नुकसान पहुंच सकता है। शोधकर्ताओं ने कहा कि यह आम लोगों और डॉक्टरों के लिए जानना जरूरी है कि संक्रमण के संकेत बुखार, खांसी आने से पहले नर्वस सिस्टम में परेशानी के रूप में आते हैं।
खास मॉलिक्यूल खोजें
वॉशिंगटन के वैज्ञानिकों ने कोरोना को रोकने वाले छोटे मॉलिक्यूल्स यानी अणुओं का पता लगाया है। ये अणु वायरस में एक प्रोटीन को रोक सकते हैं। जिसकी वजह से कोरोना होता है।
रूस ने बनाई दवा
रूस ने कोरोना मरीजों के इलाज के लिए एक दवा को मंजूरी दी है। ड्रग का नाम Avifavir है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने इसे मंजूरी दी है। इसे देश के मरीजों को दिया जाएगा।