गोवा का वीडियो, बंगाल का बताकर गलत दावे के साथ किया जा रहा वायरल

फर्जी खबर गोवा का वीडियो, बंगाल का बताकर गलत दावे के साथ किया जा रहा वायरल

Bhaskar Hindi
Update: 2022-08-26 13:13 GMT
गड़चिरोली में जिला खनिज निधि का नहीं हो रहा कोई उपयाेग!

डिजिटल डेस्क, भोपाल। आजकल सोशल मीडिया पर एक वीडियो जमकर वायरल हो रहा है जिसमें साफ देखा जा सकता है कि बंगाल की पुलिस कुछ लोगों को पीटती हुई दिखाई दे रही है। इसी दावे के साथ इस वीडियो को सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है। ऐसा कहा जा रहा है कि भगवा वस्त्र पहने ये लोग इस्कॉन मंदिर के भक्त हैं और बंगाल की पुलिस इन्हें “श्रीमद् भागवत गीता"  बांटने की वजह से पीट रही है। वीडियो में दोनों पक्षों को हाथापाई करते हुए देखा जा सकता है।


इस वीडियो को शेयर करते हुए एक ट्विटर यूजर ने लिखा, “ममता बानो के धर्म निरपेक्ष बंगाल में आपका स्वागत है। ISKON के भक्तों को बंगाल की पुलिस द्वारा "श्री मद् भागवत गीता" को बांटने पर पीटा गया.” वीडियो पर कमेंट करते हुए लोगों ने बंगाल की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं 

 

वीडियो की सच्चाई 
जब हमने  वीडियो की सच्चाई  जनने के लिए जांच पड़ताल शुरु की तो वीडियो  को बार बार देखने पर हमें पता चला कि  वीडियो में दिख रही पुलिस की गाड़ी पर “GOA POLICE”  लिखा हुआ है। खोजने पर हमें  “रेडिट” का एक पोस्ट मिला जिसमें  “हेराल्ड गोवा” की 23 नवंबर 2008 की एक खबर का जिक्र मिल गया है। 

इस खबर के अनुसार गोवा के मपुसा टैक्सी स्टैंड की मुख्य सड़क पर कुछ रूसी लोग ढोल बजाकर ‘हरे-राम, हरे -कृष्णा’  के नारे लगा रहे थे। जिसकी वजह से सड़क पर जान लग गया था। जिसे की परेशान होकर स्थानीय लोगों ने पुलिस को फोन कर दिया। जब पुलिस ने उनको यह सब वंद करने को कहा तो उन लोगों ने बात नहीं सुनी।जिसके बाद पुलिस और उनके बीच हाथापाई हो गई। जिसके बाद पुलिस सभी लोगों पर मुकदमा दर्ज करके उन्हें गिरफ्तार कर लिया था। इसे साफ होता हैं, की गोवा में 2008 में हुई घटना के वीडियो को बंगाल का बता कर गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है। 

Tags:    

Similar News