हैदराबाद बलात्कार मामले में सजा का वायरल हो रहा वीडियो, जानें क्या है सच्चाई
फेक खबर हैदराबाद बलात्कार मामले में सजा का वायरल हो रहा वीडियो, जानें क्या है सच्चाई
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। हाल ही में एक 6 साल की बच्ची के साथ 9 सितंबर को हैदराबाद के सैदाबाद इलाके में कथित तौर पर उसके पड़ोसी के घर में बलात्कार किया गया। उस मामले से जोड़कर सोशल मीडिया पर 2 वीडियो वायरल हो रही हैं। पहले वीडियो में एक व्यक्ति की गोली मारकर हत्या की जा रही है और दूसरे वीडियो में भीड़ द्वारा एक व्यक्ति को मारा जा रहा है। इन वीडियो द्वारा यह दावा किया जा रहा है कि पहली वीडियो में जिस व्यक्ति को गोली मारी जा रही है और दूसरी वीडियो में जिस व्यक्ति को भीड़ मार रही है वह बलात्करी है तथा गांव के लोग अपराधियों को उनके अपराध की सजा दे रहे हैं।
इन वीडियो को लोग बिना सही जानकारी के सोशल मीडिया पर शेयर कर रहे हैं। लोगों का मानना है कि इस वीडियो में बलात्कारियों को सजा दी जा रही है। वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि एक शख्स को कई बार गोली मारी गयी है नीचे तथा बायीं ओर। वीडियो के साथ लोग एक टेक्सट भी लिख रहे हैं- “सुधर जाओ, वरना तुम्हारे साथ भी कुछ ऐसा ही होगा.”
क्या कश्मीर में पंडित ने किया मुस्लिम कसाईयों का विरोध? जानिए वायरल वीडियो का सच
क्या है वायरल वीडियो की सच्चाई ?
सोशल मीडिया पर वायरल हो रही वीडियो की जांच करने पर पता चला कि मामला कुछ और ही है। वायरल वीडियो के आखिरी में जो बच्ची की तस्वीर है वो हैदराबाद के सैदाबाद इलाके में रेप की शिकार हुई थी। रेप के बाद आरोपी ने बच्ची की गला घोट कर हत्या कर दी थी। पुलिस के अनुसार 30 वर्षीय राजू केस के मुख्य संदिग्ध है। जब पुलिस ने राजू की तलाशी की तब राजू का शव तेलंगाना के जनगांव ज़िले में स्टेशन घनपुर और नस्खल रेलवे स्टेशनों के बीच रेलवे ट्रैक पर बरामद हुआ। पुलिस ने इस मामले पर बयान देते हुए कहा कि राजू की मौत साफतौर पर आत्महत्या है। पुलिस पर मामले को आत्महत्या की शक्ल देने का आरोप भी लगाया गया। इससे यह तो साफ होता है कि वायरल वीडियो इस केस से संबंधित नहीं है।
वीडियो के एक स्क्रीनशॉट का रिवर्स इमेज सर्च करने पर ब्राज़ीलियाई वेबसाइट रोन्डोनिया न्यूज़ और JH नोटिसियास पर वीडियो का एक फ़्रेम मिला। वेबसाइट रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह वीडियो ड्रग डीलर्स द्वारा की जा रही हत्या का है। उस वीडियो में यह कैप्शन भी अपलोड किया गया था- ‘ब्राज़ील के व्यक्ति की गोली मारकर हत्या।’
जोधपुर के इस वीडियो को दिया जा रहा है सांप्रदायिक रंग, जानें घटना का पूरा सच
निष्कर्ष
निष्कर्ष के तौर पर देखा जाए तो वायरल वीडियो का संबंध बल्तकारियों को सजा देने से नहीं था। वीडियो को सोशल मीडिया पर गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा था।