Fake News: कश्मीर में 'मुसलमानों पर भारतीय सेना का अत्याचार', जानें क्या है वायरल फोटो का सच

Fake News: कश्मीर में 'मुसलमानों पर भारतीय सेना का अत्याचार', जानें क्या है वायरल फोटो का सच

Bhaskar Hindi
Update: 2020-06-16 10:34 GMT
Fake News: कश्मीर में 'मुसलमानों पर भारतीय सेना का अत्याचार', जानें क्या है वायरल फोटो का सच

डिजिटल डेस्क। सोशल मीडिया पर बीते कुछ दिनों से एक विचलित कर देने वाली फोटो वायरल हो रही है। इस वायरल फोटो में देखा जा सकता है कि, खून से लथपथ कई सारे शव एक साथ जमीन पर पड़े हैं। इस फोटो के साथ यह दावा किया जा रहा है कि, भारतीय सेना कश्मीर में मुसलमानों के साथ इस तरह का अत्याचार कर रही है। 

किसने किया शेयर?
फेसबुक पेज “Life News” ने यह फोटो शेयर करते हुए लिखा है, कैसे भारतीय सेना हमारे मुसलमानों को मार रही है. कश्मीर में हमारे मुसलमान भाइयों और बहनों को प्रताड़ित किया जा रहा है। हालांकि, बाद में यह पोस्ट डिलीट कर दी गई। 

क्या है सच?
भास्कर हिंदी टीम ने पड़ताल में पाया कि, वायरल फोटो के साथ किया जा रहा दावा गलत है। दरअसल वायरल फोटो वेनेजुएला की है। जहां पिछले महीने एक जेल के अंदर दंगा भड़कने के बाद करीब 50 कैदियों को सुरक्षा बलों ने गोली मार दी थी। इस फोटो को रिवर्स सर्च करने पर हमने पाया कि, वायरल फोटो 7 मई, 2020 की है। इस फोटो के साथ वेनेजुएला की एक न्यूज वेबसाइट “Que Pasa” ने आर्टिकल प्रकाशित किया था।

इस रिपोर्ट में कहा गया है कि, वेनेजुएला के गुआनेर शहर की एक जेल में कैदियों और पुलिस के बीच मारपीट में 40 से अधिक लोग मारे गए। इसमें कुछ सुरक्षा अधिकारी भी घायल हुए थे। बाद में इस घटना में मरने वालों की संख्या 47 पहुंच गई, ​जबकि 60 से ज्यादा लोग घायल हुए थे और ज्यादातर लोगों को गोली लगी थी। इसके अलावा भी अन्य कई वेबसाइट पर इस फोटो के साथ इस तरह की खबरें सामने आई हैं।

निष्कर्ष : वायरल फोटो के साथ किया जा रहा दावा बिल्कुल गलत है। दरअसल फोटो भारत की नहीं, बल्कि वेनेजुएला की है। जहां 7 मई, 2020 को  वेनेजुएला के एक जेल के अंदर दंगा भड़कने के बाद करीब 50 कैदियों को सुरक्षा बलों ने गोली मार दी थी। 
 

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