Fake news: बिहार में कोविड-19 मरीजों के अस्तपताल में भरा पानी, जानें क्या है वायरल फोटो का सच
Fake news: बिहार में कोविड-19 मरीजों के अस्तपताल में भरा पानी, जानें क्या है वायरल फोटो का सच
डिजिटल डेस्क। सोशल मीडिया पर एक फोटो वायरल हो रही है। फोटो में आप देख सकते हैं एक अस्पताल के वार्ड में दो तरफ मरीजों के बिस्तर लगे हैं, जिनपर मरीज बैठे हुए हैं और पूरे वार्ड के फर्श पर पानी भरा हुआ है। इस वायरल फोटो को साथ यह दावा किया जा रहा है कि, यह फोटो बिहार की है और यहां इस स्थिति में कोविड-19 मरीजों का इलाज किया जा रहा है।
किसने किया शेयर?
कई फेसबुक और ट्विटर यूजर ने इसी दावे के साथ यह फोटो शेयर किया है। वायरल फोटो को शेयर करते हुए एक यूजर ने लिखा है, माननीय गृहमंत्री श्री अमित शाह जी से विनम्र अनुरोध है कि बिहार की बिगड़ती चिकित्सा सुविधाओं को लेकर हस्तक्षेप करें, जहां बिना इलाज के कोरोना मरीजों की मौतें हो रही हैं। दूसरे राज्यों की तुलना में बिहार की टेस्टिंग संख्या भी बहुत कम है।
क्या है सच?
भास्कर हिंदी टीम ने पड़ताल में पाया कि, फोटो के साथ किया जा रहा दावा गलत है। दरअसल वायरल फोटो बिहार की नहीं, बल्कि हैदराबाद की है। वायरल फोटो को रिवर्स सर्च करने पर हमने पाया कि “The Rahnuma Daily” नाम की एक न्यूज वेबसाइट पर यही फोटो एक खबर में इस्तेमाल की गई है। इस खबर में बताया गया है कि कैसे हैदराबाद के ऐतिहासिक उस्मानिया जनरल अस्पताल में बारिश का पानी भर गया है। इसके अलावा हमने पाया कि, न्यूज एजेंसी आईएएनएस ने 15 जुलाई को इसी फोटो के साथ ट्वीट किया था। फोटो के साथ आईएएनएस ने लिखा, हैदराबाद के ऐतिहासिक उस्मानिया अस्पताल में भरा पानी।
#Hyderabad: Rain and drainage water entered into state-run #OsmaniaGeneralHospital in Hyderabad on Wednesday, turning the oldest and one of the biggest healthcare facilities in #Telangana into a cesspool. pic.twitter.com/Ke9UZeOxTF
— IANS Tweets (@ians_india) July 15, 2020
खबरों के मुताबिक, भारी बारिश के बाद उस्मानिया जनरल अस्पताल के आईसीयू समेत छह वार्डों में सीवेज का पानी भर गया। उस्मानिया अस्पताल को कोविड-19 की जांच और इलाज का सेंटर बनाया गया है। हालांकि, बिहार इस समय कोरोनावायरस के साथ बाढ़ की भी समस्या से जूझ रहा है, लेकिन पानी भरे अस्पताल की वायरल फोटो बिहार की नहीं, बल्कि हैदराबाद की है।
निष्कर्ष: सोशल मीडिया पर वायरल फोटो के साथ किया जा रहा दावा गलत है। दरअसल, पानी से भरे अस्तपताल की वायरल फोटो बिहार की नहीं, बल्कि हैदराबाद की है।