सुभाष घई के इन गानो को 90 के दशक का हर बच्चा आज भी याद करता है
सुभाष घई का जन्मदिन सुभाष घई के इन गानो को 90 के दशक का हर बच्चा आज भी याद करता है
डिजिटल डेस्क, मुंबई। बॉलीवुड का जब नाम आता है, उसमें सुभाष घई को हमेशा एक आच्छे दर्जे का निर्देशक माना गया है। आज सुभाष घई का 77वां जन्मदिन है। उनकी फिल्मों ने सभी का दिल जीता है। हालांकि, उनके संगीत की समझ को हम अंदेखा नहीं कर सकते है। यहां देखे सुभाष घई के शानदार शॉन्ग सलेक्शन की लिस्ट।
निंदिया से जागी बहार (हीरो)
यह सॉन्ग लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल द्वारा रचित है, ए आर रहमान के पसंदीदा गानों में से एक है। सुभाष घई ने इस गाने को लताजी की शानदार आवाज में फिल्म हीरो के लिए रिकॉर्ड किया गया था। इस गानों दशर्को को द्वारा काफई पसंद किया गया था।
लंबी जुदाई (हीरो)
हीरो फिल्म का एक और सॉन्ग लंबी जुदाई जिसके लिए सुभाष घई ने रेशमा को चुना था। उन्होंने पहली बार 1982 में रेशमा को राज कपूर साहब की पार्टी में गाते हुए सुना था। उसे सुनते ही उन्हे उस आवाज से प्यार हो गया। इसके बाद ही उन्होंने फिल्म हीरो के लिए उन्हें गाना ऑफर किया। वह बड़ी मुश्किल से इसे गाने के लिए मान गई, और इस तरह हीरो में "लंबी जुदाई" गीत का जन्म हुआ। आनंद बख्शी साब को गीत लिखने का काम दिया गया था और लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल को गीत की रचना करने का, रिकॉर्डिंग महबूब स्टूडियो में की गई थी। "लंबी जुदाई" सॉन्ग हीरो फिल्म की आत्मा बन गई।
एक रितु आए एक रितु जाए (गौतम गोविंदा)
1979 में घई द्वारा निर्देशित फिल्म गौतम गोविंदा में किशोर कुमार की शानदार धुनों में से एक देखने को मिली थी। इस गीत को आनंद बख्शी ने लिखा था, यह उनके द्वारा लिखे गए सैकड़ों क्लासिक्स में से एक माना जाता है। सुभाष घई हमेशा इस गाने को अपने फिल्मों का एक पसंदीदा गाना मानते हैं। यह फिल्म कुछ कमाल नहीं कर पाई, लेकिन ये गाना आज भी लोग याद करते हैं।
दर्द-ए-दिल, दर्द-ए-जिगर (कर्ज़)
कर्ज़ को सुभाष घई का सबसे शानदार साउंडट्रैक माना जाता हैं। इस फिल्म में किशोर कुमार के गानें बचना ऐ हसीनों, ओम शांति ओम और एक हसीना थी की रेंज ने सभी को चौंका दिया था। लेकिन अचानक ही फिल्म के एक ट्रैक ने कमाल कर दिया था। यह मोहम्मद रफ़ी द्वारा गया गाना दर्द-ए-दिल दर्द-ए-जिगर दिल था। यह गाना 1980 के दशक के रफी साब के सबसे पसंदीदा गीतों में से एक बन गया था।
कहीं आग लगे लग जावे (ताल)
ए आर रहमान और घई एक बार फिर इस शानदार ट्रैक के लिए एक साथ आए। इस गाने को आशा भोसले, आदित्य नारायण और ऋचा शर्मा ने आवाज दी है। लोगों को आज भी यह सॉन्ग काफी पसंद है।