साइकोमेट्रिक परीक्षण: नियुक्ति में साइकोमेट्रिक परीक्षण के मूल्य को समझें
भारत और चीन जैसे बड़े प्रतिभा आपूर्ति बाजारों में, साइकोमेट्रिक परीक्षणों का ज्यादातर उपयोग पहले अनुपयुक्त उम्मीदवारों को बाहर करने के लिए किया जाता था
साइकोमेट्रिक परीक्षण किसी व्यक्ति के व्यक्तित्व और उसकी मानसिक क्षमताओं के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए उपयोग किया जाता हैं। इसका उपयोग संगठनों में नौकरी के उम्मीदवारों को नियुक्त करने के लिए करते हैं। सीवी समीक्षा और साक्षात्कार जैसे पारंपरिक तरीकों के बजाय, साइकोमेट्रिक टूल का उपयोग किया जाता हैं जिसमे उम्मीदवारों की क्षमता, व्यक्तित्व, संचार शैली और भावनात्मक बुद्धिमत्ता शामिल होती हैं। यह टूल व्यक्ति के बारे में सही डाटा प्रदान करते हैं जिसकी मदद से नौकरी भर्ती फेयर होती हैं तथा पक्षपात को कम करने में मदद मिलती हैं। इस परीक्षण से किसी व्यक्ति या टीम की ताकत और कमजोरियों को पहचानने में, भर्ती निर्णय लेने में, प्रशिक्षण और विकास कार्यक्रमों में मदद मिलती हैं।
आज के समय में एचआर एक गतिशील डिजिटल इकोसिस्टम बन गया है जिससे बहुत सारे प्रतिभा अधिग्रहण के तरीकों में बदलाव आये हैं। संगठन अब प्रतिभा संसाधन विश्लेषण पर आधारित अपने खुद के मॉडल्स विकसित कर रहे हैं जो यह बताते हैं की कौन-से चैनल सबसे अच्छा काम करते हैं, कौन-से प्लेटफ़ॉर्म उच्च क्षमता वाले उम्मीदवार प्रदान करते हैं, तथा समय और बजट जैसे अन्य महत्वपूर्ण कारक एचआर प्रोफेशनल्स को महत्वपूर्ण निर्णय लेने की क्षमताओं से लैस करते हैं। अभी के समय में नौकरी के उम्मीदवारों का मूल्यांकन करने के लिए खासकर उच्च पद और नेतृत्व की भर्ती में वैज्ञानिक रूप से मान्य उपकरण जैसे व्यक्तित्व आकलन, संज्ञानात्मक परीक्षण और व्यवहारिक दक्षता जैसे उपकरणों का उपयोग बढ़ गया हैं। पिछले कुछ वर्षों के तुलना में अभी नियुक्ति प्रक्रिया में बहुत बड़े बदलाव आये हैं। - सिद्धार्थ गुप्ता, सीईओ, मर्सर | मेटल
भारत और चीन जैसे बड़े प्रतिभा आपूर्ति बाजारों में, साइकोमेट्रिक परीक्षणों का ज्यादातर उपयोग पहले अनुपयुक्त उम्मीदवारों को बाहर करने के लिए किया जाता था, क्योंकि उस समय प्रतिभा आपूर्ति बहुत अधिक हुआ करते थे। हालांकि, अभी के समय में साइकोमेट्रिक प्रोफाइलिंग का उपयोग बदल गया है और अब इसका उपयोग सांस्कृतिक फिट का आकलन करने के लिए किया जाता है।
साइकोमेट्रिक प्रोफाइलिंग का उपयोग अब उम्मीदवारों की क्षमता का अनुमान लगाने, उनकी योग्यता और ज्ञान का आकलन करने और यह सुनिश्चित करने के लिए किया जाता है कि उम्मीदवारों की सोच, संगठन के साथ मेल खाती है या नहीं।
साइकोमेट्रिक परीक्षण भविष्य में किसी व्यक्ति के नौकरी के प्रदर्शन की भविष्यवाणी करने और उस नौकरी के लिए वह उम्मीदवार उपयुक्त है भी या नहीं, यह अनुमान लगाने के लिए एक विश्वसनीय संकेतक उपकरण है। सही साइकोमेट्रिक परीक्षण का चयन करते समय कुछ महत्वपूर्ण बिंदुओं पर ध्यान दिया जाना चाहिए, जैसे कि उसकी वैधता, विश्वसनीयता, प्रभावशीलता, और जिस चीज को मापना हो उसकी स्थिरता। इसके अलावा, भर्तीकर्ताओं के लिए अलग-अलग नौकरी भूमिकाओं और आवश्यकताओं के अनुसार टेस्ट को अनुकूलित करना भी आसान होना चाहिए।
मूल्यांकन प्रक्रिया को धोखाधड़ी से बचाने के लिए ऑनलाइन प्रॉक्टरिंग पर विचार करना महत्वपूर्ण है। मर्सर | मेटल विभिन्न साइकोमेट्रिक आकलन की पेशकश करते है, जिसमे बेईमानी का पता लगाने के लिए उपाय होते हैं। इसमें सीमित समय के लिए सिस्टम एक्सेस, विंडो उल्लंघन, वेबकैम प्रॉक्टरिंग, और प्रतिक्रिया पैटर्न का पता लगाना शामिल हैं।
हमारा यह मानना हैं की कंपनियों के सफलतापूर्वक संचालन और वृद्धि के लिए प्रतिभाशाली उम्मीदवारों की नियुक्ति करना, विकसित करना और अपने संगठन में शामिल करना जरुरी हैं। यहीं पर मर्सर | मेटल प्रतिभा माप विशेषज्ञ के रूप में सामने आता हैं जो अपनी सिद्ध क्षमता के साथ टेस्ट पर आधारित उम्मीदवारों का मूल्यांकन तैयार करता है। यह मूल्यांकन ज्ञान, कौशल, अनुभूति और व्यवहार को मापता है जो नौकरी की भूमिका और कंपनी के लिए आवश्यक होते हैं। - सिद्धार्थ गुप्ता, सीईओ, मर्सर | मेटल
मर्सर | मेटल एक विस्तृत साइकोमेट्रिक टेस्ट का सेट प्रदान करता है, जो परिणाम-उन्मुख तरीके से व्यक्तित्व मूल्यांकन परीक्षण, व्यवहार शैली, योग्यता, बुद्धिमत्ता और उम्मीदवार की क्षमताओं को मापने के लिए तैयार किया गया हैं। साइकोमेट्रिक असेसमेंट टूल का उपयोग संगठन अपनी नियुक्ति संबंधी चुनौतियों को हल करने और व्यक्ति के प्रतिभा को पहचानने में करते हैं। ये टूल संगठनों की विशेष आवश्यकताओं के अनुसार प्रतिभा प्रबंधन प्रक्रिया के विभिन्न चरणों के लिए अनुकूलित भी किए जा सकते हैं।