Good Friday 2020: जानें इस दिन ईसा मसीह को क्यों किया जाता है याद? क्या है इसका इतिहास
Good Friday 2020: जानें इस दिन ईसा मसीह को क्यों किया जाता है याद? क्या है इसका इतिहास
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। गुड फ्राइडे, ईसाइयों के सबसे प्रमुख त्योहारों में से एक है। इस वर्ष यह 10 अप्रैल को मनाया जाएगा। हालांकि लॉकडाउन के चलते देश भर के सभी चर्च में होने वाले गुड फ्राइडे के सभी कार्यों को रद कर दिया गया है। बता दें कि गुड फ्राइडे के दिन लोग उपवास रखते हैं और गिरजाघरों में विशेष प्रार्थना करते हैं।
इस दिन दान-धर्म के कार्य भी किए जाते हैं। इस उपलक्ष्य पर प्रशु यीशु के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हुए लोग 40 दिन पहले से उपवास रखते हैं। इस रस्म को "लेंट" के नाम से जाना जाता है। वहीं इसके तीन दिन बाद ईस्टर संडे आता है, आइए जानते हैं गुड फाइडे और ईस्टर संडे के बारे में...
वैशाख मास में करें पवित्र नदी में स्नान, मिलेंगे ये पुण्यफल
ग्रुड फ्राइडे
ईसाई मान्यता के अनुसार गुड फ्राइडे के दिन ही प्रभु यीशु को सूली पर चढ़ाया गया था। प्रभु यीशू ने मानवता की भलाई और उनकी रक्षा के लिए अपने प्राणों का बलिदान दिया। जिस दिन उन्हें सूली पर चढ़ाया गया था वह दिन शुक्रवार ही था। इस दिन गिरजाघरों में घंटा नहीं बजाया जाता है, बल्कि लकड़ी के खटखटे बजाए जाते हैं। लोग चर्च में क्रॉस को चूमकर उनका स्मरण करते हैं।
इस दिन को उनकी कुर्बानी दिवस के रूप में मनाते हैं। ऐसे में गुड फ्राइडे के दिन लोग चर्च में घंटे नहीं बजाते है बल्कि इस दिन विशेष प्रार्थना की जाती है और लकड़ी के खटखटे से आवाज की जाती है। उन्हें श्रृद्धांजलि दी जाती है।
गुड फ्राइडे का इतिहास
ईसाई धर्म के अनुसार ईसा मसीह परमेश्वर के बेटे हैं। उन्हें अज्ञानता के अंधकार को दूर करने के लिए मृत्यु दंड दिया गया। उस वक्त यहूदियों के धर्मगुरुओं ने यीशु का पुरजोर विरोध किया। ऐसे में कट्टरपंथियों को खुश करने के लिए पिलातुस ने यीशु को क्रॉस पर लटकाकर जान से मारने का आदेश दे दिया। लेकिन अपने हत्यारों की उपेक्षा करने के बजाए यीशु ने उनके लिए प्रार्थना करते हुए कहा था, "हे ईश्वर! इन्हें क्षमा कर क्योंकि ये नहीं जानते कि ये क्या कर रहे हैं।" जिस दिन ईसा मसीह को क्रॉस पर लटकाया गया था उस दिन फ्राइडे यानी कि शुक्रवार था, तब से उस दिन को गुड फ्राइडे कहा जाने लगा।
घर की इस दीवार पर लगाएं घड़ी, खुल जाएंगे सफलता के द्वार
इन नामों से भी जाना जाता है
ईसाई समुदाय में इस दिन को गुड फ्राइडे को होली फ्राइडे, ब्लैक फ्राइडे और ग्रेट फ्राइडे भी कहते हैं। ईसाई समुदाय के अधिकांश लोग इस दिन काले कपड़े पहनकर अपना शोक व्यक्त करते हैं। वे गॉड से अपने गुनाहों की माफी मांगते हैं। चर्च जाकर जीससे से प्रार्थना करते हैं।
ईस्टर
कहा जाता है कि, फ्राइडे को ईसा मसीह ने बलिदान दिया और तीन दिन बाद यानि रविवार को वे पुनः जीवित हो गए थे। इसे "ईस्टर संडे" के नाम से जाना जाता है। ईस्टर मून फेज के आधार पर मनाया जाता है जो क्रिश्यन चर्च द्वारा स्थापित किया गया है। फुल मून (पूर्णिमा) के बाद पहले संडे को ईस्टर मनाया जाता है। इस दिन लोग चर्च में मोमबत्तियां जलाकर प्रभु यीशु में अपना विश्वास प्रकट करते हैं।