बसंत पंचमी 2020: इन पांच स्थानों के करें दर्शन, मिलेगा शुभ फल
बसंत पंचमी 2020: इन पांच स्थानों के करें दर्शन, मिलेगा शुभ फल
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। माघ शुक्ल पंचमी के दिन बसंत पचंमी का त्यौहार मनाया जाता है। इस वर्ष बसंत पंचमी पर्व 29 जनवरी 2020 बुधवार को मनाया जा रहा है। बसंत पंचमी के दिन मां सरस्वती की विशेष रूप से पूजा की जाती है। देवी सरस्वती को विद्या एवं बुद्धि की देवी माना जाता है। इस पर्व को भारत के कई इलाकों में सरस्वती पूजा के नाम से भी जाना जाता है।
29 जनवरी को मनाया जाएगा ये पर्व, जानें शुभ मुहूर्त
भारत के कुछ क्षेत्रों में ऐसे धार्मिक स्थल ऐसे भी हैं, जहां पंचमी के मौके पर दर्शन करना अति शुभकारी होता है। यहां सरस्वती माता की पूजा वर्षों से की जा रही है। देशभर से यहां बड़ी संख्या में लोग दर्शन के लिए पहुंचते हैं। आइए जानते हैं इनके बारे में...
स्थान का शारदा मंदिर भी अत्यंत लोकप्रिय है। इसे शरादाम्बा मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। ज्ञान और कला की देवी को समर्पित, शरादाम्बा, दक्शनाम्नाया पीठ को आचार्य श्री शंकर भागावात्पदा द्वारा 7 वीं शताब्दी में बनाया गया था।
सरस्वती के बहुत ही प्रसिद्ध मंदिरों में से एक, आंध्र प्रदेश के अदिलाबाद जिले में स्थित है। जिसे प्रसिद्ध बासर या बसरा नाम से बुलाया जाता है। बासर में, देवी ज्ञान सरस्वती के नाम से प्रसिद्ध हैं, इनके द्वारा ज्ञान प्रदान किया जाता है। यह मंदिर गोदावरी नदी के तट पर स्थित है।
यह मंदिर पनाचिक्कड़ केरल में स्थित है, ये केरल का एकमात्र मंदिर है जो देवी सरस्वती को समर्पित है। इस मंदिर को दक्षिण मूकाम्बिका के नाम से भी जाना जाता है। मंदिर चिंगावनम के पास स्थित है। ऐसी मान्यता है कि इस मंदिर को किझेप्पुरम नंबूदिरी ने स्थापित किया था। उन्होंने इस प्रतिमा को खोजा और इसे पूर्व की तरफ मुख करके स्थापित किया।
यहां हंस वाहिनी विद्या सरस्वती मंदिर में माता सरस्वती की पूजा की जाती है। यह मंदिर आंध्र प्रदेश के मेंढक जिले के वारंगल में स्थित है। कांची शंकर मठ मंदिर का रखरखाव करता है।
राजस्थान का पुष्कर जहां अपने ब्रह्मा मंदिर के लिए मशहूर है, वहीं विद्या की देवी सरस्वती का भी प्रसिद्ध मंदिर है। यहां सरस्वती के नदी रूप के भी प्रमाण मिलते हैं और उन्हें उर्वरता व शुद्धता का प्रतीक माना जाता है।