मलमास 2023: इस वजह से बनता है साल में मलमास का संयोग, इस समय में भूल कर भी ना ​करें ये काम

Bhaskar Hindi
Update: 2023-07-19 10:06 GMT

डिजिटल डेस्क, भोपाल। सनातन धर्म में मलमास का अत्यधिक महत्व होता है। इस साल मलमास सावन मास के बीच मंगलवार 18 जुलाई से प्रारंभ हो चुका है। मलमास को पुरूषोत्म मास और अधिकमास के नाम से भी जाना जाता है। हिंदू ग्रंथों के अनुसार, मलमास तीन साल में एक बार आते हैं जो विशेष तिथियों के योग से बनता है। इस साल मलमास सावन माह में पड़ रहा है। आइए जानते हैं किन कारणों से साल में पड़ता है मलमास...

जानिए क्या है मलमास

ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार, सूर्य वर्ष और चंद्र वर्ष के दिनों के बीच अंतर को ही मलमास कहते हैं। सूर्य वर्ष 365 दिन और 6 घंटे का होता है और चंद्र वर्ष करीब 354 दिनों के लगभग का होता है। जिस वजह से दोनों के बीच करीब 11 दिनों का अंतर रहता है और तीन साल की गणना में ये 33 दिनों का हो जाता है, जो एक महीने के आसपास का हो जाता है। जिस कारण इसे अधिकमास या मलमास कहते हैं। 

साल 2023 में मलमास की अवधि

इस साल मलमास 18 जुलाई मंगलवार यानी आज से लेकर 16 अगस्त बुधवार 2023 तक रहेगा। मलमास के दौरान शुभ कार्य करना वर्जित माना जाता है। 

मलमास के दौरान न करें ये चीजें

1. मलमास शुरू होने के बाद शादी विवाह जैसे कार्यों पर प्रतिबंध लग जाता है। 

2. गृह प्रवेश और मुंडन के कार्य भी नहीं करना चाहिए।

3. घर के निर्माण से जुड़े कार्य भी नहीं करना चाहिए।

4. यदि इस वक्त कोई प्रोपर्टी लेने का विचार बन रहा हो तो उसे भी नहीं करना चाहिए।

मलमास में करें ये चीजें

1. मलमास के समय दान पुण्य से जुड़े काम अवश्य करने चाहिए।

2. मलमास के दौरान, भगवान विष्णु की उपासना करनी चाहिए जिनकी कृपा से आपको मनवांछित फलों की प्राप्ति होगी। 

3. श्राद्ध से जुड़े कार्य करना मलमास में उचित होता है।

डिसक्लेमरः इस आलेख में दी गई जानकारी अलग- अलग किताब और अध्ययन के आधार पर दी गई है। bhaskarhindi.com यह दावा नहीं करता कि ये जानकारी पूरी तरह सही है। पूरी और सही जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ (ज्योतिष/वास्तुशास्त्री/ अन्य एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें।

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