Masik Durga Ashtami 2024: ज्येष्ठ माह में कब है मासिक दुर्गाष्टमी? जानिए मुहूर्त और पूजा विधि
- इस दिन श्रद्धालु दुर्गा माता की पूजा करते हैं
- मासिक दुर्गाष्टमी के दिन श्रद्धालू व्रत रखते हैं
- ज्येष्ठ माह में दुर्गाष्टमी 14 जून को मनाई जाएगी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। हिन्दू धर्म में अष्टमी तिथि का काफी महत्व है। हर महीने शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को मां दुर्गा के अष्टम स्वरूप की पूजा की जाती है। इस दिन श्रद्धालु दुर्गा माता की पूजा करते हैं और उनके लिए पूरे दिन का व्रत करते हैं। इस दिन को मासिक दुर्गाष्टमी (Masik Durga Ashtami) के रूप में मनाया जाता है। वहीं ज्येष्ठ माह में अष्टमी तिथि को लेकर असमंजस की स्थिति निर्मित हो रही है। कई जगहों पर 13 जून तो कहीं 14 जून को अष्टमी तिथि मानी जा रही है। ऐसे में इस असमंजस को हम दूर करने वाले हैं। आइए जानते हैं इस दिन का महत्व, तिथि और पूजा विधि के बारे में...
कब है ज्येष्ठ मासिक दुर्गाष्टमी
ज्योतिषाचार्य के अनुसार ज्येष्ठ माह की शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि की शुरुआत 13 जून 2024 को रात 08 बजकर 03 मिनट पर होगी। वहीं इसका समापन 14 जून को रात 10 बजकर 33 मिनट पर होगा। चूंकि, उदयातिथि 14 तारीख को है ऐसे में दुर्गाष्टमी का व्रत 14 जून को रखा जाएगा।
व्रत विधि
- इस दिन व्रती को सबसे पहले स्नान आदि से निवृत्त होना चाहिए।
- इसके बाद साफ वस्त्र धारण करें और व्रत का संकल्प लें।
- फिर पूजा के स्थान को गंगाजल डालकर उसकी शुद्धि कर लें।
- इसके बाद लकड़ी के पाट पर लाल वस्त्र बिछाकर उस पर माँ दुर्गा की प्रतिमा या चित्र स्थापित कर लें।
- फिर माता को अक्षत, सिन्दूर और लाल पुष्प अर्पित करें।
- अब प्रसाद के रूप में आप फल और मिठाई चढ़ाएं।
- अब धूप और दीपक जलाएं और दुर्गा चालीसा का पाठ करें।
- इसके बाद माता की आरती करें।
- अब हाथ जोड़कर देवी से प्रार्थना करें।
पूजा के दौरान इस मंत्र का जाप करें।
सर्वमंगल मांगल्ये शिवे सवार्थ साधिके।
शरण्येत्र्यंबके गौरी नारायणी नमोस्तुते॥
देवी सर्वभूतेषु मां दुर्गा-रूपेण संस्थिता।
मस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥
डिसक्लेमरः इस आलेख में दी गई जानकारी अलग- अलग किताब और अध्ययन के आधार पर दी गई है। bhaskarhindi.com यह दावा नहीं करता कि ये जानकारी पूरी तरह सही है। पूरी और सही जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ (ज्योतिष/वास्तुशास्त्री/ अन्य एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें।