तमिलनाडु में बाघों की बिक्री का विज्ञापन देने वाला युवक गिरफ्तार
शावकों की बिक्री तमिलनाडु में बाघों की बिक्री का विज्ञापन देने वाला युवक गिरफ्तार
डिजिटल डेस्क, चेन्नई। सोशल मीडिया पर बाघों के शावकों की बिक्री का विज्ञापन देने वाले 24 वर्षीय युवक को तमिलनाडु के वन विभाग ने गिरफ्तार कर लिया है। युवक ने विज्ञापन दिया था कि प्रत्येक बाघ शावक 25 लाख रुपये में उपलब्ध है। जिला वन अधिकारी (डीएफओ) प्रिंस कुमार के नेतृत्व में वेल्लोर वन प्रभाग के अधिकारियों ने काफी जद्दोजहद के बाद उसे गिरफ्तार किया। वन्यजीव अपराध नियंत्रण ब्यूरो ने डीएफओ और उनकी वेल्लोर वन प्रभाग की टीम को अलर्ट भेजा था कि कुछ लोग बाघों की बिक्री का विज्ञापन कर रहे हैं।
वन अधिकारियों ने आईएएनएस को बताया कि, राज्य के अरानी का रहने वाला युवक पार्थिबन अपनी पत्नी के साथ वेल्लोर में रह रहा था। वह एक पालतू जानवर की दुकान के मालिक के. तमिल से परिचित हो गया, जो अंबत्तूर में दुकान चलाता है। दोनों राज्य भर में पशु और पक्षी प्रदर्शनियों में भाग लेने के लिए एक साथ यात्रा करते थे।
वे पालतू जानवरों के मालिकों के संर्पक में आए, उनसे पालतू जानवर खरीदे और इन पालतू जानवरों को ऑनलाइन बिक्री के माध्यम से उच्च दरों पर बेचा। इस सबके बाद उसने फेसबुक और व्हाट्सएप जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर विज्ञापन देना शुरू किया। एक वरिष्ठ अधिकारी, जो पार्थिबन और तमिल की जांच करने वाली टीम का हिस्सा थे, ने आईएएनएस को बताया कि, पार्थिबन ने हाल ही में व्हाइट टाइगर्स और वन्यजीव अपराध नियंत्रण ब्यूरो सहित टाइगर शावकों की बिक्री के लिए विज्ञापन दिया है।
वेल्लोर वन विभाग हरकत में आया और पार्थिबन का पता लगाया। वन अधिकारियों ने संभावित खरीदारों की आड़ में पार्थिबन से संर्पक किया, लेकिन उन्होंने उन्हें बताया कि शावकों को वंडलूर चिड़ियाघर को सौंप दिया गया है। जब वन विभाग ने चिड़ियाघर के अधिकारियों से संपर्क किया, तो उन्होंने कहा कि उन्हें बाघ के शावक नहीं दिए गए हैं। डीएफओ के नेतृत्व में वन विभाग ने दोनों को गिरफ्तार किया।
सोर्सः आईएएनएस
डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ bhaskarhindi.com की टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.